वैसे तो सभी चाहते हैं कि उनका प्रमोशन जल्दी से जल्दी हो जाए इसलिए हर तरह की कोशिश भी करते रहते हैं, लेकिन इन दिनों हजारों गुरूजी प्रमोशन न होने की कामना कर रहे हैं। तमाम कोशिशों से पारस्परिक तबादले के जरिये अपने-अपनों के जिले के स्कूल में पहुंचने का जुगाड़ लगाने वाले गुरूजी को प्रमोशन के लटके रहने में ही अपना फायदा दिखाई दे रहा है।
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ऐसे में वे इधर-उधर दौड़भाग कर फटाफट तबादले का आदेश तो चाहते हैं, लेकिन प्रमोशन की सूची को किसी तरह लटकाए रखने की कोशिश में भी लगे हुए हैं। इससे पारस्परिक तबादले के चक्कर में न पड़ने वाले गुरूजी जरूर प्रमोशन के इंतजार में परेशान नजर आ रहे हैं। अब देखना है कि किसकी कामना पूरी होती है और किसका इंतजार खत्म होता है।