लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और उनके वाहनों को भी सीज़ किया जाएगा। वाहन चलाने वाले हर व्यक्ति को यातायात नियमों का अनुपालन करना होगा। इस बारे में जागरूकता और प्रवर्तन, दोनों की कार्रवाई की जाए। पहले जागरूक करें, पुन उल्लंघन होने पर पेनाल्टी लगाएं फिर भी यदि उल्लंघन हो तो ड्राइविंग लाइसेंस रद किया जाए। इस व्यवस्था को कड़ाई से लागू किया जाए।
हर जिले में एआरटीओ सड़क सुरक्षा तैनात होंगे मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शनिवार को ‘उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद’ की बैठक संपन्न हुई। प्रदेश में पहली बार एआरटीओ सड़क सुरक्षा की तैनाती होगी। इस संबंध में पदों के सृजन का प्रस्ताव यथाशीघ्र भेजने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। यह भी कहा कि अन्य जहां कहीं मानव संसाधन की कमी हो उसे तत्काल पूरा करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लखनऊ में शीघ्र ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट और एनालिटिक्स सिस्टम की स्थापना की जाएगी, साथ ही कानपुर, आगरा, मेरठ, झांसी, प्रयागराज तथा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में कौशल विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ट्रॉमा सेंटर में अन्य सेवाओं के साथ साथ ऑर्थोपेडिक और न्यूरो सर्जन की तैनाती की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं और दुर्घटनाओं में असामयिक मृत्यु को न्यूनतम करने के लिए ठोस प्रयास करने पर जोर दिया। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वाधिक दुर्घटनाओं वाले शीर्ष 30 नगरों में बीते तीन वर्षों में सड़क दुर्घटना में औसत मृतकों की संख्या 20,990 प्रति वर्ष रही है। इसे न्यूनतम करने के लिए सरकार, प्रशासन और जनता सभी को मिलकर काम करना होगा।
तैयारी
1. उत्तर प्रदेश पहला राज्य, जहां सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों की सही जानकारी के लिए उत्तर प्रदेश सड़क दुर्घटना जाँच योजना अधिसूचित
2. लखनऊ में शीघ्र होगी ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट और एनालिटिक्स सिस्टम की स्थापना
3. कानपुर, आगरा, मेरठ, झांसी, प्रयागराज तथा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में स्थापित किए जाएंगे कौशल विकास केंद्र
हिदायतें
1. आदतन ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सीज़ करें वाहन
2. हर जिले में होगी एआरटीओ रोड सेफ्टी की तैनाती
3. 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित हो
4. भारी वाहन चालकों का डीएल नवीनीकरण में नेत्र जांच जरूरी
5. यातयात प्रबंधन में होमगार्ड और पीआरडी जवानों भी लगाएं6. साल भर में प्रदेश के सभी जिलों में ड्राइविंग टेस्टिंग ऑटोमेशन सुविधा शुरू करें