सीतापुर। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी लगाने के मामले में भले ही सीतापुर लखनऊ मंडल में प्रथम हो। लेकिन जिले के हालात ठीक नहीं हैं। पायलेट प्रोजेक्ट शुरू होने के 15 दिन बीत जाने के बाद महज 319 शिक्षक ही टैबलेट का उपयोग कर रहे हैं। समीक्षा में प्रगति कम मिलने पर शासन ने बीएसए को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं
शिक्षकों की टैबलेट के जरिए ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। स्कूल के 12 रजिस्टर ऑनलाइन किए जाएंगे। लखनऊ मंडल में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना 20 नवंबर से जिले में शुरू हुई थी। शासन स्तर से लगातार मॉनीटरिंग हो रही है। अगर चार दिसंबर की बात की जाए तो जिले में केवल 282 शिक्षकों ने ही टैबलेट के जरिए स्कूल खुलने व बंद होने तक की हाजिरी अपलोड की। इसी तरह एमडीएम में 263 शिक्षकों ने बच्चों की खाना खिलाने की ऑनलाइन जानकारी अपलोड की।
समीक्षा में पता चला कि सीतापुर जिलेे में दिसंबर का शिक्षकों की हाजिरी लगाने का औसत 1.82 फीसदी है। यानि 319 शिक्षक रोजाना हाजिरी लगा रहे हैं। दिसंबर में एमडीएम की जानकारी अपलोड करने का औसत 0.97 फीसदी है। यानि 170 शिक्षक जानकारी भर रहे हैं। सीतापुर की प्रगति खराब मिलने पर महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बीएसए को लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
छह शिक्षकों को जारी हुआ नोटिस
टैबलेट से हाजिरी लगाने के निर्देश मिलते ही शिक्षक संगठन लगातार विरोध कर रहा है। शासन स्तर से टैबलेट से ही हाजिरी लगाए जाने की बात कही जा रही है। इस पर अब तक छह शिक्षकों को नोटिस दिया जा चुका है। इसमें कई शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर शिक्षकों से ऑनलाइन हाजिरी न लगाए जाने की अपील की थी। बीएसए ने इन्हें नोटिस देकर जवाब तलब किया है।
जिले में स्कूल- 3,532
शिक्षक-17,572
टैबलेट-2,800
विद्यार्थी- 5.50 लाख
चल रही है मॉनिटरिंग
ऑनलाइन हाजिरी की लगातार मॉनिटरिंग चल रही है। संबंधित बीईओ को टैबलेट प्रयोग न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षकों से अपील है कि वह टैबलेट के जरिए ही हाजिरी लगाएं।
अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए