• शासन से पहली बार जारी किया गया क्लाइमेट चेंज के लिए बजट
लोगों को करना था जागरूक कराई गई केवल एक गोष्ठी
बरेली : स्वास्थ्य विभाग का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बदलते मौसम के प्रति लोगों को जागरूक करने के नाम पर विभागीय अधिकारियों ने 1.91 लाख रुपये खर्च कर दिए। सबसे चौंकाने वाली बात इसमें यह है कि अभी तक केवल एक ही बैठक का आयोजन किया गया था जो विभाग पर सवालिया निशान लगा रहा है। अधिकारी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पहली बार नेशनल प्रोग्राम आन क्लाइमेट चेंज एंड ह्यूमन हेल्थ शुरू किया गया था। जिससे लोगों को बदलते मौसम और उससे बचाव के बारे में जानकारी दी जा
सके। इसके लिए शासन ने 5.31 लाख रुपये का बजट जारी किया। स्वास्थ्य विभाग ने उस समय एसीएमओ डा. भानू प्रकाश को इसका नोडल बनाया। जबकि, जिला एपिडेम्योलाजिस्ट डा. मीसम अब्बास को कार्यक्रम संचालन की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद डा. मीसम अब्बास ने एक प्राइवेट अस्पताल में एक गोष्ठी आयोजित की। जिसमें लोगों को इसके बारे में जागरूक किया। इस बीच कुल बजट से 1.91 लाख रुपये खर्च
हो गए। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर एक गोष्ठी में इतने रुपये कैसे खर्च हो गए? इस बारे में डा. मीसम अब्बास ने बताया कि 1.91 लाख रुपये सिर्फ एक गोष्ठी में नहीं बल्कि कुछ पोस्टर और बैनर भी शामिल थे। कितने और क्या पोस्टर छपे ?, इसका जवाब नहीं दे पाए। लखनऊ से आने की बात कहकर टालने लगे। बाद में उन्होंने कहा कि इस बारे में नोडल अधिकारी ही बता पाएंगे क्योंकि उन्हें ही जानकारी है।
इस पर एसीएमओ डा. भानू प्रकाश ने बताया कि केवल एक ही गोष्ठी में इतना रुपया खर्च नहीं हुआ होगा। बाकी की जानकारी वह ाबू से देखकर ही बता पाएंगे और बाबू उन्होंने भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया।