उरई। सभी विभागाध्यक्ष पेंशनरों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करें। मुख्य कोषाधिकारी पेंशनर की समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण सुनिश्चित करें। पेंशनर की समस्याओं के निस्तारण के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में समिति गठित की जाएगी। जो निरंतर अनुश्रवण कर समस्याओं को निस्तारित करेगी। यह बात डीएम राजेश कुमार पांडेय ने रविवार को पेंशनर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिए।
मुख्य कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कोषागार से कुल पेंशनर पेंशन ले रहे हैं। इनमें से 7961 सिविल, 5912 एजुकेशन और बिजली विभाग की पेंशनरों की संख्या 284 है। इसके अलावा अन्य प्रांतों के भी 368 पेंशनर ले रहे हैं। शासनादेश के अनुरूप सभी पेंशनर्स को 80, 85, 90, 95, 100 वर्ष की उम्र का क्रमशः 20, 30, 40, 50, 100 प्रतिशत का लाभ दिया जा रहा है।
जनपद में 100 वर्ष से अधिक के एक पेंशनर है। डीएम ने सौ वर्ष की पेंशनर श्यामा देवी समेत पांच पेंशनरों को सम्मानित किया। शिक्षक नेता राजाराम व्यास ने तदर्थ एवं एलटी ग्रेड की शिक्षकों की नौकरी और पेंशन का मामला उठाया।
इस दौरान सीडीओ भीमजी उपाध्याय, सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा, एडीएम नमामि गंगे विशाल यादव, सिटी मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार, सीओ गिरजाशंकर त्रिपाठी, पीडी शिवकांत द्विवेदी, आईटीआई की प्रिंसिपल नुपुर कश्यप, बीएसए चंद्रप्रकाश के अलावा वित्त लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा, वित्तीय परामर्शदाता और विभिन्न विभागों के आहरण वितरण अधिकारी मौजूद रहे। राजवीर सिंह, नितेंद्र कुमार, सुलोचना देवी, दुर्गाप्रसाद, अनुराग पांडेय, रमेश चंद्र, हितेंद्र, योगेंद्र चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।
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सेवानिवृत्त कर्मचारी की नहीं रोकी जा सकती पेंशन
फोटो-8-हरगोविंद दयाल श्रीवास्तव।
सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोशिएशन के जिलाध्यक्ष हरगोविंद दयाल श्रीवास्तव ने कहा कि जनता इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य आनंद गुप्ता 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो चुके हैं लेकिन उनकी पेंशन और ग्रेच्युटी का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। जबकि शासनादेश के अनुसार सेवानिवृत्त कर्मचारी की पेंशन नहीं रोकी नहीं जा सकती है।
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प्रभावी पहल कर निपटाए मामले
फोटो-9-पुष्पेंद्र नाथ त्रिपाठी।
गर्वनमेंट पेंशनर्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि राजस्व अमीनों के विनियमितीकरण के कारण उनकी पेंशन आदि का मामला लंबित चल रहा है। कुछ कर्मचारियों को पेंशन मिल रही है, जबकि कुछ वंचित है। इस मामले में प्रभावी पहल कर मामला निस्तारित किया जाए।