प्रतापगढ़, । सिचाई विभाग में एक बार फिर नियुक्ति में फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रधान सहायक के हाईस्कूल के अभिलेख कूटरचित मिलने पर उसे पांच माह पूर्व रिटायर कर दिया गया। इसे अनुचित बताते हुए फिर शिकायत की गई तो अधिशासी अभियंता ने अब प्रलैंड की एफआईआर दर्ज कराई है।
सिंचाई विभाग में 1998 में समूह ग की भर्ती तत्कालीन अधीक्षण अभियंता जेपी चतुर्वेदी के नेतृत्व में गठित कमेटी ने नगर कोतवाली के भदोही निवासी मातादीन का चयन किया। मातादीन ने वर्ष 2000 से 2004 तक रायबरेली
में नौकरी की। इसके बाद वह वरिष्ठ सहायक बनकर प्रतापगढ़ आ गए। मातादीन यहां नौकरी करते रहे। उनके पड़ोस के विनोद कुमार ने मातादीन की हाईस्कूल के अंक पत्र में हेरफेर की शिकायत की तो मामले की जांच कराई गई। इस दौरान पता चला कि मातादीन ने अभिलेखों में अपनी जन्मतिथि 1961 के बजाए 1965 की है, हालांकि जांच पूरी होने तक करीब डेढ़ दशक का समय बीत गया। खुलासे के
बाद भी मातादीन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और 11 जुलाई 2023 को उन्हें रिटायर कर घर भेज दिया गया। शिकायतकर्ता ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई के बजाए रिटायर करने पर फिर से शिकायत की हो आला अधिकारियों के निर्देश पर सिंचाई खंड के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार सिंह ने नगर कोतवाली में मातादीन के खिलाफ फ्रॉड का केस दर्ज कराया।
पहले भी आया था नियुक्तियों में घालमेल का मामला
सिचाई विभाग में पहले भी नियुक्तियों में घालमेल का मामला सामने आया था। मामला कोर्ट तक पहुंचा और सतर्कता अधिष्ठान ने जाव की तो कई लोगों पर आरोप तय किया। मामले में केस अभी विचाराधीन है लेकिन आरोपित को विभाग में महत्वपूर्ण पटल दिया गया है।