पीलीभीत में तैनाती होने के बाद भी गुरुजी स्कूल नहीं जा रहे हैं। वह अपना रेस्टोरेंट संभालने में व्यस्त हैं। आरोप है कि शिक्षक ने अपने स्थान पर एक अन्य युवक को स्कूल में पढ़ाने के लिए किराये पर रखा हुआ है। मामले की डीएम से शिकायत के बाद बीएसए ने जब जांच कराई तो शिक्षक स्कूल से गायब मिले। इस पर शिक्षक का वेतन रोकने की कार्रवाई करते हुए प्रकरण की जांच पूरनपुर बीईओ को सौंपी गई है।
कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव चकपुर के रहने वाले कुछ लोगों ने शहर के मोहल्ला सुनगढ़ी के रहने वाले प्राइमरी स्कूल के शिक्षक सुमित गुप्ता की शिकायत करते हुए जिलाधिकारी को बताया कि शिक्षक अपने पद और दायित्व के प्रति लापरवाह है। वह स्कूल तभी आते हैं जब कोई अधिकारी निरीक्षण के लिए आता है। शिक्षक ने अपने स्थान पर किसी ओर को लगा रखा है। अधिकारी के निरीक्षण की जानकारी भी वही युवक देता है।
शिकायत के मुताबिक शिक्षक शहर के एटा स्वीट्स वालों का बेटा है। ग्रामीणों ने इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा करते हुए डीएम से कहा कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सब कुछ पता है। डीएम के पास शिकायत पहुंचने पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बैकफुट पर आ गए। डीएम के आदेश पर जब बीएसए ने जांच कराई तो शिक्षक गायब मिले। इस पर पूरनपुर के खंड शिक्षाधिकारी को जांच सौंपी गई है।
दिनभर दुकान पर बैठते हैं, सीसीटीवी फुटेज करा लें चेक
शिकायत में यहां तक कहा गया है कि शिक्षक दिनभर दुकान पर बैठते हैं और उस समय की उपस्थिति विद्यालय में भी दिखाई जाती है। सच्चाई जानने के लिए सीसीटीवी फुटेज चेक करा ली जाएं। शिकायत करने वालों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सब पता है।
जरा-जरा सी बात पर अध्यापकों का वेतन काटने के आदेश देने वाले अफसर ने कभी इन शिक्षक का वेतन नहीं काटा। सच्चाई जानने के लिए बेसिक शिक्षा के अधिकारियों से अलग हटकर अन्य किसी विभाग के अधिकारी द्वारा जांच कराई जाए। इस आरोप से विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि जांच के दौरान शिक्षक सुमित गुप्ता स्कूल से गायब मिले थे। तीन-चार दिन से गैरहाजिर होने पर उनका वेतन रोका गया है। मामले की जांच पूरनपुर खंड शिक्षाधिकारी को दी गई है।