हरि तालिका तीज व संकष्टी चतुर्थी जैसे व्रतों में मिलेगा विकल्प
छह साल बाद प्रधानाचार्य दे सकेंगे शिक्षकों को विवेकाधीन अवकाश
लखनऊ : माध्यमिक स्कूलों में पढ़ा रही महिला शिक्षकों को करवा चौथ के अलावा व्रत रखने के लिए दो और छुट्टियां मिलेंगीं। हरि तालिका तीज अथवा हरियाली तीज, संकष्टी (संकटा) चतुर्थी, हलषष्टी/ ललई छठ और जीउतिया व्रत/ अहोई अष्टमी का व्रत रहने वाली शिक्षिकाएं इनमें से किन्हीं दो व्रत को रखने के लिए अवकाश ले सकेंगीं। इसके लिए उन्हें अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र देना होगा। वहीं, अब छह साल बाद प्रधानाचार्य के पास फिर तीन दिन का विवेकाधीन अवकाश देने का अधिकार रहेगा और इसकी सूचना वह जिला विद्यालय निरीक्षक को देंगे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव की ओर से मंगलवार को नए शैक्षिक सत्र वर्ष 2024-25 के लिए अवकाश का कैलेंडर जारी कर दिया गया। इसमें करवा चौथ के अलावा दो और व्रत रखने के लिए अवकाश देने की व्यवस्था की गई है। अभी अवकाश कैलेंडर में स्थिति स्पष्ट नहीं होती थी। ऐसे में कई बार
शिक्षिकाओं को कठिनाई का सामना करना पड़ता था। इसके लिए छुट्टी के अलग-अलग आदेश भी जारी करने पड़े थे। सार्वजनिक अवकाश, रविवार व 21 मई से लेकर 30 जून तक हर वर्ष होने वाले ग्रीष्मकालीन अवकाश सहित कुल 118 छुट्टियां रहेंगी। 15 दिन यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए निर्धारित किए गए हैं।
नए सत्र में 233 दिन कक्षाएं लगाई जाएंगी। महापुरुषों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जयंती पर माध्यमिक स्कूलों में कम से कम एक घंटे की गोष्ठी व सेमिनार आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने शिक्षिकाओं को अलग से अवकाश देने और प्रधानाचार्य को विवेकाधीन अवकाश देने का अधिकार बहाल करने पर खुशी जताई है।
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