प्रदेश में बेसिक स्कूलों में छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार की कवायद चल रही है। इसके तहत अक्तूबर-नवंबर में विभिन्न स्तर पर कराए गए निरीक्षण में 15735 शिक्षक अनुपस्थित मिले हैं। विभाग की ओर से इन पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.
विभाग की ओर से हर माह एआरपी, एसआरजी, अधिकारियों के माध्यम से स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया जाता है। इस दौरान अन्य व्यवस्थाओं व सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति भी जांची जाती है। विभाग के अनुसार अक्तूबर में 7783 और नवंबर में 7952 कुल 15735 शिक्षक अनुपस्थित मिले। इनके स्कूल में न उपस्थित होने की कोई जानकारी थी न ही इनके छुट्टी के आवेदन थे।
संबंधित निरीक्षणकर्ताओं की रिपोर्ट के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने ऐसे शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस व वेतन कटौती की गई है। विभाग की ओर से निर्धारित पोर्टल पर अपडेट की गई सूचना के अनुसार अब तक 12145 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। अन्य की प्रक्रिया चल रही है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया जा रहा है। कई महीने से चल रही इस प्रक्रिया के बाद भी कुछ शिक्षक इसमें बदलाव नहीं ला रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों पर कार्यवाई के निर्देश दिए गए हैं।
वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट भी ऑनलाइन दाखिल होगी
प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों में मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से जहां वेतन जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं ई-सर्विस बुक, शिक्षकों-कर्मचारियों की छुट्टियां व स्थानांतरण की प्रक्रिया भी ऑनलाइन अपडेट की जा रही है। अब विभाग ने निर्देश दिया है कि साल 2023-24 की वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट भी ऑनलाइन ही पोर्टल के माध्यम से दाखिल की जाएगी। इसलिए इसकी आवश्यक तैयारी अभी से कर ली जाए।