कानपुर देहात। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक के निरीक्षण में परिषदीय विद्यालयों में मिली खामी पर बीएसए ने कार्रवाई की है। तीन प्रधानाध्यापकों की वेतन वृद्धि अवरुद्ध की गई है। जबकि एक प्रधानाध्यापक व तीन सहायक अध्यापक का वेतन रोका गया है। एक शिक्षा मित्र का एक दिन का मानदेय भी रोका गया है।
मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक ने 25 नवंबर को अमरौधा ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया था। इसमें कहीं शिक्षक नदारद मिले तो कहीं अव्यवस्था मिली थी। छात्र उपस्थित भी कम पाई गई। बीएसए रिद्धी पांडेय ने बताया कि मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक के निर्देशानुसार कार्रवाई की गई है। महेरा प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 28 में केवल 4 बच्चे मौजूद मिले थे। जबकि प्रधानाध्यापक उमा यादव औसतन बच्चों की उपस्थित पंजिका में दर्ज कर रही थीं। हैंडवॉस यूनिट की टोटी टूटी मिली थी। एक वार्षिक वेतन वृद्धि अस्थायी रूप से अवरुद्ध की गई है। मूसानगर बांगर विद्यालय में पंजीकृत 87 में 45 बच्चे मिले। यहां पेयजल इंतजाम नहीं थे।
बच्चे व दो शिक्षक मौजूद थे लेकिन ताले बंद थे। प्रधानाध्यापक के आने पर ताले खोले गए। प्रधानाध्यापक व अनुपस्थित शिक्षक सुधा देवी का एक दिन का वेतन रोका गया है। उच्च प्राथमिक विद्यालय गढ़ मूसानगर में बच्चे उपस्थित नहीं मिले। प्रधानाध्यापक विजय कांत सचान नदारद थे। प्रधानाध्यापक की दो वार्षिक वेतन वृद्धि स्थायी रूप से अवरुद्ध की गई हैं। पूर्व माध्यमिक सुल्तनापुर में 48 में 12 बच्चे मौजूद मिले। यहां विज्ञान शिक्षक रवि सचान व गणित शिक्षक अंकित के आकस्मिक अवकाश पर होने की जानकारी प्रधानाध्यापक मुनीब अहमद ने दी। लेकिन वह अभिलेख आदि नहीं दिखा सके। इस पर सहायक शिक्षकों को अनुपस्थित रहने के लिए प्रेरित करने में प्रधानाध्यापक की एक वार्षिक वेतन वृद्धि स्थायी तौर पर रोक दी गई।
गणित व विज्ञान शिक्षकों का एक-एक दिन का वेतन रोका गया है। चपरघटा स्कूल में भवन जर्जर मिलने व 68 में केवल 42 बच्चों की उपस्थित पर प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को कठोर चेतावनी दी गई है। अनुपस्थित शिक्षा मित्र वीरेंद्र का एक दिन का मानदेय रोका गया है।