लखनऊ, । आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की मदद से रिश्तेदार की आवाज में बात कर जालसाज ने 45 हजार रुपये ऐंठ लिए। गोमतीनगर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
विनीतखंड निवासी कार्तिकेय मिश्र के मुताबिक शुक्रवार सुबह उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले जालसाज ने उनके एक रिश्तेदार की आवाज में कहा कि 93 हजार रुपये उनके परिचित को भेजने हैं पर उनकी यूपीआई आईडी से पैसे नहीं जा रहे हैं। वह उनके खाते में रुपये भेज रहे हैं, वह उसे भेज दें। इसके बाद जालसाज ने पीड़ित के मोबाइल पर फर्जी ट्रांजेक्शन के मैसेज भेज दिए और अपने परिचित की यूपीआई आईडी भी भेजी। जालसाज की आवाज मामा जैसी होने से बातों में आकर उन्होंने उस आईडी पर 93 हजार रुपये भेज दिए। ट्रांजेक्शन फेल होने पर उनके खाते में 48 हजार 500 रुपये आ गए मगर 45 हजार रुपये कट गए। पीड़ित ने जब रिश्तेदार से बात की तो पता चला की उन्होंने उनसे कोई मदद नहीं मांगी थी।
ठगी से ऐसे बचें
● रिश्तेदार या दोस्त की आवाज में पैसे भेजने के लिए फोन आए तो एक बार खुद फोन कर स्पष्ट करें।
● एकाउंट का पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें।
● साइबर जालसाजी का शिकार होने पर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।