UP बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में तैनात 1.48 लाख शिक्षा मित्रों का अब भला हो सकता है।
जल्द ही इनका मानदेय बढ़ाने को लेकर बैठक होने जा रही है। ये बैठक बेसिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ महेन्द्र देव ने बुलाई है। इस बैठक में बेसिक शिक्षा प्रमुख सचिव शासन भी शामिल होंगे। इसके बाद मानदेय बढ़ाने के लिए शासन को पत्र लिखा जायेगा। मौजूदा समय में यूपी में शिक्षा मित्र 10 हजार रुपये प्रति माह पाते हैं। इसी वेतन में ही उनको सब कुछ करना है।
उसके बाद इनको 12 माह की जगह 11 माह का ही मानदेय दिया जा रहा है। लेकिन अब ये मानदेय पूरे 12 माह तक किया जा सकता है।
20 दिसंबर को बैठक प्रस्तावित
इस संबंध में बैठक का आयोजन 20 दिसंबर को किया जायेगा। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने दी है। बता दें कि शासन स्तर पर कमेटी गठित कर वार्ता के माध्यम से समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया था जिसके क्रम में निदेशक बेसिक शिक्षा द्वारा आश्वस्त किया गया है कि 20 दिसंबर के बाद प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा की उपस्थिति में संगठन के पदाधिकारीयों को बुलाकर शासन स्तर पर विचार विमर्श कर समस्याओं के समाधान हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाएगी ।
7 साल से नहीं बढ़ा मानेदय
शिक्षामित्रों के पिछले लगभग 7 वर्षों से मानदेय में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है आज भी उन्हें ₹10000 मिल रहा है अभी कुछ समय पूर्व विपक्ष के सवाल के जबाब में विधानसभा सत्र के दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने भी शिक्षामित्र मामले पर विचार करने का आश्वासन दिया गया है । इस बारे में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री कौशल कुमार सिंह कहते हैं कि यदि शासन द्वारा जल्द ही शिक्षामित्र की समस्याओं पर विचार कर समाधान नहीं किया गया तो प्रदेश के 1.48 लाख शिक्षामित्र जनवरी में अपनी समस्याओं को लेकर लखनऊ पहुंचने के लिए मजबूर होंगे।