किशोर के पिता का आरोप है कि शुक्रवार को साढ़े 3 बजे जब स्कूल की छुट्टी हुई तो उसका बेटा स्कूल से घर जाने की जल्दी में स्कूल के गेट पर खड़े स्कूल के अध्यापक से टकरा गया। इसके बाद अध्यापक ने उसके बेटे से मारपीट आरंभ कर दी।
फतेहाबाद के गांव धारनिया के सरकारी स्कूल में स्कूल की छुट्टी होने पर एक छात्र घर जाने की जल्दी में अध्यापक से टकरा गया। आरोप है कि इसके बाद अध्यापक ने उसको बुरी तरह से पीटा। जिससे छात्र को गुम चोटें आई हैं और उसे पहले बड़ोपल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व बाद में फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
परिजनों ने लगाए ये आरोप
नागरिक अस्पताल में मौजूद 10 साल के बच्चे क पिता सुशील कुमार ने बताया कि वह फतेहाबाद में रहता है और उसका परिवार गांव धारनिया में रहता है। उसने बताया कि उसका बेटा गांव धारनिया के सरकारी स्कूल में पढ़ता है। शुक्रवार को साढ़े 3 बजे जब स्कूल की छुट्टी हुई तो उसका बेटा स्कूल से घर जाने की जल्दी में स्कूल के गेट पर खड़े स्कूल के अध्यापक से टकरा गया। सुशील कुमार का आरोप है कि इसके बाद अध्यापक ने उसके बेटे से मारपीट आरंभ कर दी।
आरोप है कि बच्चे को पटक-पटककर पीटा गया। उसके बाद परिजनों ने उसके पास फोन आया कि बच्चे को पीटा गया है। तब उसने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए कहा। परिजनों ने बच्चे को बड़ोपल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया, जहां से उसे फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया।
सुशील कुमार का कहना था कि उसके बेटे को छाती व पेट में दर्द की शिकायत है और उसने कई बार उल्टियां भी की हैं। नागरिक अस्पताल में भी बच्चे को अग्रोहा रेफर करने की बात कही गई, लेकिन जब उन्होंने कहा कि बच्चे का इलाज तो करो तो अब बच्चे को गोलियां व इंजेक्शन लगाया गया है। सुशील कुमार ने बताया कि उसका बेटा पढ़ाई में ठीक है और कभी उसकी कोई शिकायत स्कूल से नहीं आई। बच्चे को बेवजह पीटा गया है।
अधिकारी के अनुसार
अभी तक बच्चे से मारपीट की कोई शिकायत हमारे पास नहीं आई है। अगर शिकायत आएगी तो इस मामले में जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी। -यादविंद्र सिंह, सदर थाना प्रभारी फतेहाबाद।