रायबरेली। जिलाधिकारी ने नवंबर माह की समीक्षा में सीएम डैशबोर्ड पोर्टल पर बच्चों की उपस्थिति कम होने पर नाराजगी जाहिर की। जिलाधिकारी के कड़े रुख के बाद बीएसए ने इस पर कार्रवाई करते हुए 40 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले 74 विद्यालयों के करीब ढाई सौ शिक्षकों का दिसंबर का वेतन रोक दिया है।
इसके साथ ही उपस्थिति कम होने का स्पष्टीकरण मांगा है।
40 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले विद्यालयों में अमावा में नौ, बछरावां में सात, छतोह में दो, डलमऊ में आठ, डीह में दो, गौरा में छह, खीरों में पांच, लालगंज एक ,महाराजगंज में दो, शहर में चार, राही में दो, सलोन में पांच, रोहनिया में तीन, सरेनी में दो, सतांव में सात, शिवगढ़ में चार, ऊंचाहार में चार सहित जिले के 74 विद्यालय शामिल है। इन विद्यालयों में बच्चो की उपस्थित 40 प्रतिशत से कम पाई गई। जिस पर जिलाधिकारी की नाराजगी के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कड़ा रुख अपनाया है। इन सभी विद्यालयों के करीब 250 शिक्षकों का दिसंबर का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
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बच्चों की उपस्थिति को लेकर हुई थी समीक्षा बीएसए ने 1 से 30 नवम्बर तक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को लेकर समीक्षा की। इस माह के सभी कार्य दिवस में कई विद्यालयों में नामांकन की अपेक्षा 40 फीसदी ही उपस्थिति अंकित पायी गयी। इस बीच, डीएम डेस्क बोर्ड ने मध्याह्न भोजन प्राधिकरण द्वारा विद्यालय में भोजन करने वाले विद्यार्थियों की उपस्थिति के आधार पर स्कूल में बच्चों की उपस्थिति की समीक्षा की।