फिरोजाबाद। अरांव ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल में तैनात शिक्षिका का अगस्त माह से वेतन जारी नहीं हुआ। परेशान शिक्षिका ने तनाव में आकर शुक्रवार को रात घर पर जान देने की कोशिश की, परिजन ने उसे बचा लिया। वहीं, रात में ही शिक्षिका के पति ने बीईओ को फोन किया तो वह भी हड़बड़ा गए।
अरांव ब्लॉक के एक कंपोजिट स्कूल में टास्क फोर्स समिति ने अगस्त माह में निरीक्षण किया था। इसमें प्रधानाध्यापक को छोड़कर समस्त स्टाफ अनुपस्थित मिला। जिस पर
सभी का वेतन रोकने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संस्तुति कर दी थी। शिक्षिका ने बताया कि जब विद्यालय के अन्य सभी शिक्षकों का वेतन लग गया। जबकि सभी की आख्या एक साथ गई थी। शिक्षिका वेतन लगवाने के लिए इधर-उधर अधिकारियों के चक्कर लगा लिए, लेकिन वह इधर-उधर टाल रहे हैं। इधर शिक्षिका ने मकान बनाने के लिए लोन भी ले रखा है।
अक्तूबर माह में ही मैंने वेतन बहाली की संस्तुति कर दी थी। मैने शिक्षिका को लेटर भी भेज दिया था। अब वेतन कहां से रुका है, यह देखेंगे। मेरे स्तर का कार्य था, मेरे द्वारा कर दिया गया था।
• सुरेश कुमार सरोज, खंड शिक्षाधिकारी अरांव