गोंडा। परिषदीय विद्यालयों में शीतऋतु के दौरान सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक पठन-पाठन कराया जाना है, लेकिन शिक्षक विद्यालय में देरी से पहुंच रहे हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसका खुलासा बीएसए की जांच में हुआ है। झंझरी के बनवरिया उच्च प्राथमिक विद्यालय में 9:40 तक कोई शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंचा। नदारद प्रधानाध्यापिका कुमुद कुशवाहा को बीएसए ने निलंबित कर दिया है। सहायक अध्यापिका को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
बनवरिया उच्च प्राथमिक विद्यालय में कुल 80 बच्चे पंजीकृत हैं। प्रधानाध्यापिका कुमुद कुशवाहा के अलावा सहायक अध्यापिका रिजवाना निहाल और हेमलता सिंह कार्यरत हैं। 25 नवंबर को बीएसए ने विद्यालय का निरीक्षण किया था। इस दौरान मौके पर कोई शिक्षिका नहीं मिलीं। महज एक रसोइया के भरोसे विद्यालय खुला मिला। इस दौरान कुल 21 बच्चे मौजूद थे। आसपास रहने वाले अभिभावक अशोक कुमार मिश्र और सौरभ कुमार समेत अन्य ने बीएसए को बताया कि शिक्षिकाएं विद्यालय नहीं आती हैं।
बीएसए ने शिक्षिकाओं का इंतजार किया तो सुबह 9:40 तक कोई विद्यालय नहीं पहुंचा। इस दौरान 9:45 पर सबसे पहले सहायक अध्यापिका हेमलता सिंह पहुंचीं। इसके पांच मिनट बाद रिजवाना निहाल पहुंचीं। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका की जानकारी चाही तो मौके पर नहीं मिलीं। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है। देरी से पहुंचने वाली शिक्षिकाओं से नोटिस देकर जवाब-तलब किया है।
दो सदस्यीय टीम ने शुरू किया जांच
बीएसए ने विद्यालय में अव्यवस्थाओं की जांच के लिए बेलसर बीईओ आरके सिंह और बीईओ मुजेहना हेमलता त्रिपाठी को मामले की जांच सौंपी है। बीएसए ने निलंबित प्रधानाध्यापिका से किसी अन्य सेवा, सेवायोजन, व्यापार और वृत्ति व्यवसाय न लगे होने को लेकर प्रमाण पत्र मांगा है। नामित अधिकारियों ने जांच शुरू की है।
जवाब मिलने के बाद शिक्षिकाओं पर होगी कार्रवाई
बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मौके पर कोई नहीं मिला। प्रधानाध्यापिका को निलंबित किया गया है। शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। जवाब आने पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। पठन-पाठन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।