औरैयाः परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम में भी जिम्मेदार खेल कर रहे हैं। बच्चों की उपस्थित के सापेक्ष अधिक एमडीएम वितरण कागजों में दिखाने और फल व दूध न दिए जाने का खुलासा तब हुआ जब बेसिक शिक्षा अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे। बीएसए ने प्रधानाध्यापकों को नोटिस थमाकर स्पष्टीकरण मांगा है।
बीएसए अनिल कुमार ने मंगलवार को शहर के ब्रह्मनगर स्थित कन्या माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। विद्यालय में पंजीकृत 105 बच्चों में से महज 28 उपस्थित मिले। कोई भी बच्चा यूनिफार्म में नहीं था। बच्चों ने बताया कि उन्हें दूध व फल नहीं दिए जा रहे हैं। एमडीएम रजिस्टर पर सोमवार के बच्चों की संख्या दर्ज नहीं थी। पिछले में बच्चों की उपस्थिति भी अधिक दिखाई गई थी। यहां शिक्षकों ने डायरी भी तैयार
नहीं की थी। इसके बाद बीएसए
बघाकटरा स्थित रघुवर सिंह समता विद्यालय पहुंचे। यहां भी उन्हें पंजीकृत 33 बच्चों में से महज 18 मिले। स्कूल में कई अव्यवस्थाएं थीं। यहां तक कि ब्लैक बोर्ड भी शिक्षण कार्य योग्य नहीं थे। बीएसए निषाद नगर स्थित हंस वाहिनी विद्यामंदिर स्कूल पहुंचे। संचालक के पास कक्षा एक से आठ तक की अस्थाई मान्यता मिली। जबकि स्कूल में 12 तक की भी कक्षाएं संचालित होती मिलीं। बीएस अनिल कुमार ने बताया कि स्कूलों में मौजूद बच्चों से ज्यादा एमडीएम वितरण दर्शाने, शिक्षक डायरी न बनाने समेत कई खामियां मिलीं हैं। सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर
स्पष्टीकरण मांगा गया है।