बरेली, मुख्य संवाददाता। निलंबित प्रधानाध्यापक राम गोपाल वर्मा ने डीएम को पत्र देकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। ■ राम गोपाल ने एडी बेसिक पर धोखे से – हस्ताक्षर करवाने और बर्खास्तगी की धमकी देने का आरोप लगाया है। एडी बेसिक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
प्राथमिक स्कूल सहासा में – प्रधानाध्यापक रहे राम गोपाल वर्मा को बीईओ आलमपुर से विवाद के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। मंगलवार को एडी बेसिक कार्यालय में राम गोपाल को जांच के लिए बुलाया गया था। मामले
की एडी बेसिक और डायट प्राचार्य की टीम जांच कर रही है। राम गोपाल ने आरोप लगाया कि सबसे पहले एडी बेसिक ने मेरा मोबाइल लेकर अपने पास रख लिया। इसके बाद बीईओ मुकेश कमल भारती व अन्य पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मुझसे आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण को षड्यंत्रपूवर्क हस्ताक्षर करवा लिए। हस्ताक्षर होते ही उन्होंने मुझे बुरी तरह से हड़काना शुरू कर दिया। वो आरोपी बीईओ का पक्ष लेने लगे। उन्होंने मुझे बर्खास्त करने की धमकी दी। आरोप है कि मौके पर मौजूद बीएसए संजय सिंह
ने भी प्रधानाध्यापक से अभद्र भाषा में बात करते हुए बर्खास्त करने की धमकी दी। रामगोपाल ने डीएम को दिए पत्र में कहा है कि बेबुनियाद आरोप लगाकर मुझे बर्खास्त करने की योजना बनाई जा रही है। ऐसी स्थिति में प्रार्थी को मृत्यु दंड देने का कष्ट करें अथवा प्रार्थी को जीवन लीला समाप्त करने की अनुमति प्रदान करें। बीएसए संजय सिंह ने आरोपों का खंडन किया है। वहीं, एडी बेसिक विनय कुमार ने कहा कि जांच के लिए राम गोपाल को बुलाया गया था। उनसे उपस्थिति के लिए हस्ताक्षर करने को कहा तो वो इंकार करने लगे।