झांसी। इनके मां-बाप सोचते थे कि दोनों बच्चे एक साथ बैठकर मोबाइल के जरिये पढ़ाई करते हैं, बड़े होकर वह होनहार बनेंगे। वह दोनों भी घरवालों से कहते थे कि देखना एक दिन वह अपना नाम रोशन करेंगे। मां-बाप को क्या मालूम था कि बच्चे मोबाइल पर पोर्न देखते हैं। इस लत से वह अपनी जिंदगी तो बर्बाद कर ही लेंगे, उन्हें भी कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेंगे।
जब स्कूल की छठवीं की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म में दोनों बच्चों का नाम आया तो इनके मां-बाप सन्न रह गए। उन्हें लगा कि उनके पैरों के नीचे से धरती ही खिसक गई। पकड़े गए कक्षा सात के इन दोनों छात्रों के मोबाइल में जांच के दौरान कई पोर्न पिक्चर और अश्लील वीडियो मिले हैं। मोबाइल की सर्च हिस्ट्री में ऐसी कई वेबसाइट मिलीं जो छात्रों ने देखी और अन्य साथियों को भी शेयर की थीं। इनके अलावा मोबाइल की गैलरी में पोर्न पिक्चर से लिए गए अश्लील फोटो भी मिले हैं। इनमें अधिकांश अश्लील सामग्री ऐसी है जो छात्रों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए अपने साथियों को भेजी जाती थी। कई अश्लील जोक्स भी मिले हैं।
मध्यप्रदेश में जतारा कस्बा क्षेत्र के एक गांव में छठवीं में पढ़ने वाली दस वर्षीय छात्रा के साथ उसी के विद्यालय में पढ़ने वाले सातवीं के जिन दो छात्रों ने सामूहिक दुष्कर्म किया वह दोनों आरोपी बच्चे पोर्न देखने के लती पाए गए। ऐसा पुलिस की जांच में सामने आया है। ये बच्चे एडल्ड पोर्न देखकर उसकी पिक्चर भी स्क्रीन शॉट में लेते थे। ये पिक्चर भी अपने ग्रुप में शेयर करते थे। इसके अलावा कई अश्लील मीम्स भी देखते और शेयर करते थे।
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रोते-बिलखते घर पहुंची थी बच्ची
बम्होरी कला थाना प्रभारी नीतेश जैन ने बताया कि एक ग्रामीण की दस वर्षीय पुत्री छठवीं की छात्रा है। घटना के बाद रोते-बिलखते छात्रा जब घर पहुंची तब परिजनों को उसके साथ हुई घटना की जानकारी हुई। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी छात्रों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में रिपोर्ट दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी थी। रविवार को आरोपी छात्र गांव छोड़कर फरार हो गए थे। सोमवार को पकड़ में आ गए।
आरोपी छात्रों की उम्र करीब 13 वर्ष है। शनिवार शाम छात्रा घर के बाहर खेलने निकली थी। उसी दौरान आरोपी छात्र उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ गांव के एक सुनसान इलाके में ले गए। यहां दोनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।
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पासवर्ड लगाकर अपने पास ही रखते थे मोबाइल
पकड़े गए छात्रों का जब पुलिस ने मोबाइल चेक किया तो उनके परिवार वाले ही नहीं, गांव के लोग, शिक्षक और पड़ोसियों की आंखें भी खुली की खुली रह गईं। जिसने सुना बोला, अरे ये बच्चे ऐसा भी कर सकते हैं, मोबाइल की लत ने इनकी जिंदगी तबाह कर दी। लोग कहते मिले कि दोनों बच्चे दिन भर पासवर्ड लगाकर मोबाइल अपने पास रखते थे। कोई कभी मांगता था तो मना कर देते थे। इनके आसपास कई लड़कों का झुंड भी रहता था, लेकिन दोनों बच्चे अश्लील वीडियो देखते थे, इसकी भनक किसी को नहीं थी।
दोनों आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। बच्चों में इस तरह की प्रवृत्ति का सामने आना खतरनाक है। उनकी काउंसलिंग भी कराई जाएगी।
अभिषेक गौतम
अनुभागीय पुलिस अधिकारी एसडीओपी जतारा