सिद्धार्थनगर। बीएसए कार्यालय में फर्जी अंकपत्र लेकर शिक्षक बनने आए दो युवक पकड़े गए। शिक्षक भर्ती में सेंधमारी की इस कोशिश से हड़कंप मच गया। शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार रात 10:15 बजे दोनों आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया।
शुक्रवार को 12,460 सहायक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत बीएसए कार्यालय में 302 पदों के लिए काउंसिलिंग हो रही थी। देर शाम पहुंचे दो युवकों ने बीएसए को बताया कि कानपुर से आने की वजह से देर हो गई। बीएसए ने उनकी काउंसिलिंग का आदेश दे दिया। अंकपत्र देख बीएसए को शक हुआ। दोनों का अंकपत्र एकदम नया लग रहा था। आवेदन के अनुसार अंकपत्र 10 वर्ष पुराना होना चाहिए। इस पर बीएसए ने ऑवेदन पत्र में दर्ज मोबाइल नंबर पर बात की तो पता चला कि जिनके अंकपत्र हैं वह पहले से ही फिरोजाबाद और मुरादाबाद में बतौर शिक्षक तैनात है।
इसके बाद बीएसए ने पुलिस बुला ली। पूछताछ में दोनों युवकों की पहचान कानपुर नगर के अराजी नंबर 490 गड़रिया पुरवा रतनपुर निवासी राहुल यादव पुत्र मुन्नालाल यादव और बबलू के रूप में हुई। दोनों आरोपित चचेरे भाई हैं। पता चला कि हाईस्कूल पास राहुल विकास कुमार पुत्र लालजी के नाम पर अंकपत्र बनवाकर काउंसलिंग में आया था। जबकि कक्षा पांच पास बबलू आशुतोष पुत्र राम महेश सिंह के नाम पर काउंसिलिंग कराने की फिराक में था। सूचना पर पहुंची सदर पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर थाने चली गई।