यूपी बोर्ड बदलेगा छात्रों का प्रगति पत्र
मूल्यांकन बिन्दु
● शिक्षकों से व्यवहार
● सहपाठियों से व्यवहार
● शिष्टाचार एवं अनुशासन
● खेलकूद
● सृजनात्मकता
● तार्किक चिंतन एवं समस्या समाधान की क्षमता
● समय का अनुपालन/नियमितता
● नेतृत्व क्षमता
व्यक्तिगत स्वच्छता
सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अभिरुचि
प्रयागराज, । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यूपी बोर्ड के स्कूलों में पिछले साल से लागू प्रगति पत्र के प्रारूप में बदलाव होगा। स्कूल स्तर से मिलने वाली प्रोग्रेस रिपोर्ट में विद्यार्थी के 360 डिग्री मूल्यांकन की झलक दिखेगी।
इसके लिए बोर्ड मुख्यालय में पिछले दिनों कार्यशाला आयोजित की गई और जल्द ही नए प्रारूप को अंतिम रूप देते हुए राज्य सरकार से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। यह प्रगति पत्र यूपी बोर्ड की ओर से जारी होने वाले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंकपत्र सह प्रमाणपत्र से पूरी तरह भिन्न होगा।
यूपी बोर्ड ने पिछले साल से कक्षा नौ में प्रगति पत्र लागू किया था लेकिन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने उसमें कुछ संशोधन करते हुए नए सिरे से लागू करने का सुझाव दिया था। इसके बाद यूपी बोर्ड ने कवायद शुरू की है। खासतौर से रचनात्मक मूल्यांकन के मुख्य बिन्दुओं जैसे वाद-विवाद, समूह चर्चा, दृश्यात्मक प्रस्तुति, रोल-प्ले आदि में सहभागिता को समाहित करते हुए विद्यार्थी के संपूर्ण व्यक्तित्व को प्रदर्शित किया जाएगा।
इससे न सिर्फ विद्यार्थी के भविष्य के लक्ष्य को निर्धारित करने में मदद मिलेगी बल्कि उसका वास्तविक मूल्यांकन होने पर अभिभावक भी अनावश्यक दबाव या अवास्तविक उम्मीदें नहीं रखेंगे। रिपोर्ट कार्ड के आधार पर विद्यार्थी की नैसर्गिक मेधा के आधार पर भविष्य संवारने में मदद मिलेगी। पाठ्य सहगामी एवं व्यक्तित्व मूल्यांकन के लिए उत्कृष्ट, अति उत्तम, उत्तम, संतोषजनक व सुधार अपेक्षित के अनुसार ग्रेडिंग मिलेगी।
मूल्यांकन बिन्दु
शिक्षकों से व्यवहार
सहपाठियों से व्यवहार
शिष्टाचार एवं अनुशासन
खेलकूद
सृजनात्मकता
तार्किक चिंतन एवं समस्या समाधान की क्षमता
समय का अनुपालन/नियमितता
नेतृत्व क्षमता
व्यक्तिगत स्वच्छता
सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अभिरुचि