लखनऊ। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प में लगा शासन अब हर जिले के एक विद्यालय को मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय के रूप में उच्चीकृत करेगा। इसके लिए विद्यालय चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन विद्यालयों को सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। यह विद्यालय अपने जिले के एक मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित होंगे। मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय के रूप में उन विद्यालयों का चयन करने के निर्देश दिए गए हैं, जहां पर शौचालय, पेयजल, बिजली व्यवस्था, रसोईघर, क्लास रूम, चहारदीवारी आदि मूलभूत सुविधाएं हों। साथ ही, वह जिला या तहसील मुख्यालय के पास स्थित हों। स्कूल में न्यूनतम 200 बच्चों के नामांकन के साथ | विकास के लिए पर्याप्त जगह भी होनी चाहिए
पीएमश्री योजना के तहत चयनित विद्यालय इसके पात्र नहीं होंगे। ब्यूरो
चयन की प्रक्रिया शुरू… आधुनिक लाइब्रेरी, कंप्यूटर व लैंग्वेज लैब हाईटेक स्मार्ट क्लास भी होगा
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बताया है कि विद्यालयों में आधुनिक लाइब्रेरी बैठने की सुविधा के साथ, कंप्यूटर लैब, लैंग्वेज लैब, हाईटेक स्मार्ट क्लास इंटरैक्टिव बोर्ड के साथ, अलग स्टाफ रूम, नए क्लास रूम, खेलकूद के मैदान, ओपन जिम आदि की सुविधाओं का विकास/निर्माण किया जाएगा। मिड-डे-मील तैयार करने के लिए साफ और पृथक व्यवस्था होगी।