प्रयागराज। यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं की समय सारिणी बृहस्पतिवार को जारी कर दी है। बोर्ड की तरफ से जारी परीक्षा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के उस कथन की छाप दिख रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जल्दी परीक्षा, जल्दी परिणाम। यूपी बोर्ड ने मुख्यमंत्री के कथन के अनुसार भले ही 10वीं और 12वीं की परीक्षा जल्दी खत्म करने की तैयारी की है, लेकिन इससे परीक्षार्थियों पर मानसिक दबाव बनना लगभग तय है। हालांकि, बोर्ड इसको लेकर अलग ही दलील देने में जुटा है।
बोर्ड परीक्षाओं का नाम लेते ही परीक्षार्थियों के दिल की धड़कन बढ़ने लगती है। परीक्षा की तिथियां नजदीक आने के साथ ही मानसिक दबाव तेजी से बढ़ता है। कई बार इस मानसिक दबाव का असर उनके परीक्षा परिणाम पर भी साफ दिखता है। कम अंक आने पर विद्यार्थी अवसाद से ग्रस्त हो जाते हैं।
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