लखनऊ। प्रदेश में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में 13 डायट का चयन किया गया है। शिक्षा मंत्रालय ने 103 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी करने पर मुहर लगा दी है। यह निर्णय बृहस्पतिवार को शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) की बैठक में लिया गया। इस दौरान यूपी से महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद और राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद एससीईआरटी) के प्रभारी निदेशक डॉ. पवन सचान मौजूद थे।
डॉ. सचान ने बताया कि अन्य राज्यों की तुलना में यूपी की सर्वाधिक डायट चयनित हुई हैं और सर्वाधिक बजट भी मिला है। डायट के उच्चीकृत होने का लाभ न सिर्फ वहां के प्रशिक्षुओं, बल्कि जिले के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों को भी होगा। सभी को शिक्षण-प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। वहीं, जिला स्तर के आयोजन भी डायट में किए जा सकेंगे।
ये सुविधाएं की जाएंगी विकसित
हर डायट में इन्फ्रास्ट्रक्चर, शैक्षिक व प्रशासनिक ब्लॉक, फर्नीचर, आईसीटी लैब, अत्याधुनिक लैब, स्मार्ट क्लास, ऑडिटोरियम, पुरुष व महिला छात्रावास, खेलकूद सुविधाओं में वृद्धि, फिजिक्स व मैथ्स की अलग-अलग लैब का निर्माण होगा। दूसरे चरण में यहां उपकरण दिए जाएंगे।
चयनित डायट और बजट
लखनऊ: 774 लाख रुपये, बाराबंकी : 873 लाख, वाराणसी: 873 लाख, जौनपुर : 988 लाख, मेरठ: 773 लाख, अलीगढ़: 857 लाख, मुरादाबाद: 641 लाख, गोरखपुर: 746 लाख, कानपुर देहात : 780 लाख, कुशीनगर: 718 लाख, आगरा : 1,056 लाख, प्रयागराज : 627 लाख और मुजफ्फरनगर- 643 लाख रुपये