बरेली : तीन तलाक व हलाला के डर से मुस्लिम महिला शिक्षक ने सनातन धर्म स्वीकार लिया। बुधवार को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित कर सुरक्षा की मांग की। कहा कि मुस्लिम स्लम कुरीतियों कुर्र के विरुद्ध मतांतरण करने पर कुछ कट्टरपंथी धमकी दे रहे हैं। सहकर्मी के विरुद्ध अपहरण की झूठी प्राथमिकी लिखा दी गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री और डीएम से मांग की कि झूठी प्राथमिकी खत्म कराएं।
महिला शिक्षक ने बताया कि स्वजन तलाकशुदा युवक से निकाह का दबाव बना रहे थे। उस युवक ने अपनी पत्नी को तीन तलाक दिया। कुछ दिन बाद हलाला के बाद उन्हें स्वीकारा और फिर दोबारा तीन तलाक दे दिया। तीन तलाक और हलाला से एक महिला को बार-बार प्रताड़ित किया। मैंने सुना तो विरोध किया। उस युवक से निकाह से भी इन्कार कर दिया था। उसके बाद से स्वजन ने उत्पीड़न शुरू कर दिया। परेशान होकर छह नवंबर को घर छोड़ा और मुस्लिम धर्म त्यागकर मंदिर में सनातन धर्म स्वीकार किया।
उस दिन से निरंतर पूजा करती हूं। महिला शिक्षक ने इससे संबंधित वीडियो और फोटो भी साझा किए। बोलीं, सनातन धर्म में महिलाओं को सम्मान और सामाजिक सुरक्षा प्राप्त है। वर्षों से हिंदुओं की पूजा- पद्धति के प्रति सम्मान रहा, इसलिए कलावा भी बांधती रही। कुछ महीने पहले स्वजन ने इस पर भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कलावा हटाने को कहा मगर, मैंने इन्कार कर दिया था। अब मैं हिंदू बन चुकी हूं, कोई मुझे रोक नहीं सकता। इंस्पेक्टर बारादरी अमित पांडेय ने बताया कि महिला शिक्षक की मां ने मोहित सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई है। विवेचना में वीडियो को शामिल कर महिला शिक्षक के बयान दर्ज किए जाएंगे। प्राथमिकी के संबंध में महिला शिक्षक का कहना है कि कुछ कट्टरपंथी रिश्तेदार और उलमा ने झूठी प्राथमिकी लिखवा दी। यही लोग फोन कर धमकियां भी दे रहे हैं।
तलाकशुदा युवक से निकाह का दबाव बना रहे थे स्वजन, वीडियो प्रसारित कर कहा-मतांतरण पर धमकी दे रहे मुस्लिम कट्टरपंथी