औरैयाः जनपद में मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट विद्यालय बनाया जाना है। इसमें विद्यालय को आधुनिक सुविधा से लैस किया जाएगा। इसके लिए शासन की ओर से भूमि चिह्नीकरण के निर्देश जारी किए गए हैं। जनपद के किसी भी परिषदीय विद्यालय के पास पांच एकड़ भूमि न होने से जिलाधिकारी को बीएसए भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखेंगे।
जनपद में 1265 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। शासन की ओर से मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट विद्यालय के लिए जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रस्तावित विद्यालय में प्री-प्राइमरी से कक्षा 12 तक के करीब 1500 छात्र-छात्राओं को आधुनिक शैक्षणिक परिवेश में शिक्षा दी जाएगी।
भवन के साथ-साथ खेल का मैदान एवं कौशल विकास के संसाधनों को विकसित किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप समग्र शिक्षा में निहित प्रावधानों के अनुरूप कक्षाओं का संचालन होगा। इसमें विज्ञान, कला एवं वाणिज्य तीनों वर्गों में शिक्षा दी जाएगी। छात्र छात्राओं को डिजिटल एजुकेशन प्लेटफार्म से जोडने के लिए स्मार्ट क्लास की स्थापना होगी और अत्याधुनिक प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि की सुविधा होगी।
जिला या तहसील मुख्यालय के पास चाहिए जमीन
भूमि के चयन के संबंध में भी शासन ने निर्देश दिए है। इसमें पांच से 10 एकड़ भूमि होनी चाहिए। मीटर की माप के अनुसार यह न्यूनतम 20 हजार वर्ग मीटर एवं अधिकतम 40 हजार वर्ग मीटर होना चाहिए। चयनित भूमि पूरी तरह से निर्विवाद एवं निशुल्क हो। यह जिला या तहसील मुख्यालय के समीप होनी चाहिए। जिससे अधिक से अधिक छात्र- छात्राएं लाभान्वित हो सकें। नेशनल या स्टेट हाईवे भी समीप होने की बात भी कही गई है।
किसी भी परिषदीय विद्यालय के पास मानक के अनुरूप जमीन नहीं है। भूमि उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी नेहा प्रकाश को पत्र लिखेंगे।
अनिल कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी