बिजनौर। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम जो मनुष्य का सर्वांगीण विकास करती है। इसलिए बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा अच्छी होना जरूरी है। इसके लिए स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत होनी चाहिए। छात्रों के स्कूल कम आने के मूल कारणों को शिक्षक जानेंगे। फिर अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को रोजाना पढ़ाई के लिए स्कूल भेजने को प्रेरित करेंगे।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर उठाने को रोचक एवं गतिविधि आधारित शिक्षण पर बल दिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाएं छात्र व अभिभावकों के साथ आत्मीय संबंध रखेंगे। अफसरों के अनुसार विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति कम होने के मूल कारणों को जानने पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षक शिक्षिकाएं छात्रों के घर-घर जाकर अभिभावकों से संपर्क करेंगे।
शिक्षक अभिभावकों को बताएंगे कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें रोजाना स्कूल जाना जरूरी है। छात्र स्कूल में ही अपने सहपाठियों के बीच अच्छी तरह पढ़ता है और उसके अंदर एक जिज्ञासा भी उत्पन्न होती है। वहां किताबी पढ़ाई के साथ अन्य जानकारी प्राप्त करते हैं।
उधर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने बताया कि उपस्थिति पर जोर दिया जा रहा है। इसका परिणाम भी अच्छा आ रहा है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का माहौल बहुत अच्छा है।