गाजीपुर। यू-डायस पोर्टल पर आनलाइन डाटा फीड करने को लेकर विद्यालय लापरवाही बरत रहे हैं। इसको लेकर अधिकारियों की तरफ से दी जा रही हिदायत और कार्रवाई की हनक भी उन पर नहीं दिखाई दे रही है। काफी समय बीत जाने के बाद भी 129 परिषदीय विद्यालयों का यू-डायस पोर्टल पर डाटा 10 प्रतिशत से कम है। इसको गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संबंधित विद्यालय के अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए रोक दिया है।जिले में 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 1468 प्राथमिक, 352 उच्च प्राथमिक एवं 449 कंपोजिट स्कूल हैं। यू-डायस पोर्टल पर स्कूल से संबंधित सूचना एवं सुविधाएं, टीचर प्रोफाइल में शिक्षकों से जुड़े 34 बिंदुओं एवं स्टूडेंट प्रोफाइल में छात्रों के विषय में 56 बिंदुओं पर डाटा अपलोड करना है। अधिकांश शैक्षिक संस्थानों ने टीचर माड्यूल को पूरा कर लिया है लेकिन स्टूडेंट माड्यूल को पूरा नहीं किया है। फीडिंग के लिए एक सितम्बर से 31 अक्तूबर तक की अवधि नियत की गई थी। इसके बाद नवम्बर माह बीत गया है जबकि दिसम्बर में भी गिनती के दिन शेष हैं।
आनलाइन डाटा फीड करने को लेकर विभागीय अधिकारियों की तरफ से बार-बार कार्रवाई करने की चेतावनी दी जा रही है। इसके बावजूद अध्यापकों पर इसकी हनक नहीं दिखाई दे रही है। हालत यह हैै कि अभी तक 129 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों की तरफ से इसे पूरा नहीं किया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने प्रधानाध्यापकों सहित समस्त स्टाफ का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए रोक दिया है।
भदौरा के सबसे ज्यादा 64 विद्यालय
गाजीपुर। जिले के भदौरा ब्लॉक के सबसे ज्यादा 64 विद्यालय हैं। इसके साथ ही भांवरकोल के पांच, बिरनो के दो, देवकली का एक, सदर में एक, मनिहारी में नौ, मुहम्मदाबाद में 31, नगर क्षेत्र में एक तथा सादात ब्लाक के 11 विद्यालय हैं। इसके अलावा सैदपुर के सात और जमानिया विकासखंड के दो विद्यालय हैं जिनका यू-डायस पोर्टल पर डाटा 10 प्रतिशत से कम है।
यू-डायस पर स्कूल, शिक्षक एवं विद्यार्थी का सारा डाटा पूर्ण रुप से भरना ही है। इसे लेकर शासन काफी गंभीर है। जिन प्रधानाध्यापकों ने यू-डायस पोर्टल पर डाटा पूर्ण नहीं किया है वह शीघ्र इसे पूरा कर लें। लापरवाही करने वाले 129 विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित समस्त स्टाफ का वेतन रोका गया है। पूर्ण होने के बाद ही इसे बहाल किया जाएगा।- हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी