लखनऊ। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ उनमें नई गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा। इसके तहत अब इंग्लिश मीडियम स्कूलों की तरह परिषदीय विद्यालयों में भी शिक्षक-अभिभावक बैठक (टीचर-पैरेंट मीटिंग) व वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इसका पहला आयोजन जनवरी के आखिरी सप्ताह में कराने के निर्देश दिए हैं।
निःशुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार के तहत, निगरानी व सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने, बच्चों के नामांकन, उनकी उपस्थिति व ठहराव में वृद्धि के लिए इन आयोजनों पर फोकस करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि शिक्षकों व अभिभावकों का नियमित आयोजन कर उनसे परस्पर संवाद कर सुझाव लिए जाएं। इसके तहत जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रदेश के सभी परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व केजीबीवी में शिक्षक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया जाए।
इसी तरह जनवरी के अंतिम सप्ताह में ही विद्यालयों में वार्षिकोत्सव का भी आयोजन किया जाए। निर्देश दिया गया है
कि सीडीओ की अध्यक्षता में जिले के सभी अधिकारियों की बैठक कर इसकी तिथि व रणनीति तैयार करें। हर विकास खंड के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारियों को नामित किया जाए। वार्षिकोत्सव के आयोजन के लिए ब्लॉक स्तर पर कर्मचारियों-शिक्षकों की टीम का गठन किया जाए। राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने कहा है कि शिक्षक- अभिभावक बैठक का आयोजन सुबह दस से दोपहर एक बजे तक किया जाए। बैठक की पूर्व सूचना विभिन्न माध्यमों से अभिभावकों को दी जाएं और उनकी उपस्थिति अनिवार्य सुनिश्चित की जाए। बैठक में आने वालों की विस्तृत जानकारी रजिस्टर पर दर्ज करें और बैठक में उनके सुझाव भी नोट किए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि वार्षिकोत्सव व बैठक में पूर्व छात्रों, पंचायत प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा कार्यकत्री को भी बुलाया जाए। वार्षिकोत्सव में खेलकूद, दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करें। ब्यूरो