नई दिल्ली, एजेंसी। ‘हिट एंड रन’ मामलों के लिए नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत सख्त जेल और जुर्माना प्रावधानों के खिलाफ ट्रक-टैंकर, बस ऑपरेटरों की हड़ताल से मंगलवार को खत्म हो गई। केंद्र सरकार के साथ वार्ता के बाद ट्रांसपोर्र्ट्स ने देशव्यापी चक्का जाम वापस ले लिया गया। उधर, तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को देशभर में लगभग 2,000 पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल का स्टॉक खत्म हो गया।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। भल्ला ने कहा, ‘हमने अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस के प्रतिनिधियों से चर्चा की। सरकार ये बताना चाहती है कि हिट एंड रन मामलों के लिए नए कानून एवं प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं, हम ये भी कहना चाहते हैं कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(2) लागू करने से पहले अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस से विचार विमर्श करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
वहीं सरकार के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि कानूनी प्रावधानों को लेकर कुछ भ्रम हैं, जिन्हें दूर किया जाएगा। सूत्रों ने कहा अगर सड़क दुर्घटना के मामले में दुर्घटना करने वाले बड़े वाहन का चालक घटनास्थल से थोड़ी दूर जाकर ही पुलिस को सूचना देता है तो कठोरतम दंड का भागीदार नहीं होगा।
सब्जियों के दाम बीस से तीस प्रतिशत तक बढ़े
हड़ताल से गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद में सब्जियों के दाम बीस से तीस प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। अधिकारियाें के अनुसार, ज्यादातर पश्चिमी और उत्तरी भारत में हड़ताल का असर दिखा। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड के पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़ देखने को मिली। इससे यहां तेल खत्म हो गया। अधिकारियों ने कहा कि लगभग एक लाख ट्रक हैं जो तेल कंपनी डिपो से पेट्रोल पंप और गैस वितरण एजेंसियों तक पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ एलपीजी भी पहुंचाते हैं।
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