खैराबाद (सीतापुर)। 12,460 शिक्षक भर्ती में पहले से तय सूची से इतर दूसरे जिलों के अभ्यर्थियों को मौका देने पर स्थानीय अभ्यर्थी भड़क गए। डायट गेट पर ताला जड़ दिया और धरना-प्रदर्शन लगे। एसडीएम शिक्षक संगठनों और ज्ञानेंद्र अफसरों के आश्वासन द्विवेदी व पर माने अभ्यर्थी शिक्षक
संगठनों के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आक्रोश शांत कराया। करीब चार घंटे बाद प्रदर्शन समाप्त हो सका।
शिक्षक भर्ती के तहत शुक्रवार को डायट में काउंसिलिंग कराई गई। काउंसिलिंग में पहले चयनित अभ्यर्थियों को ही मौका दिए जाने की बात कही गई थी। इन अभ्यर्थियों की लिस्ट डायट के बाहर चस्पा कर दी गई लेकिन शुक्रवार को ओपेन टू ऑल काउंसिलिंग होने से 15 से अधिक जनपदों
के अभ्यर्थियों ने सीतापुर पहुंचकर काउंसिलिंग कराई। पूरे प्रदेश में जिले में सर्वाधिक 870 पद रिक्त थे। इन पदों को सभी जनपदों के लिए खोलने पर अभ्यर्थी भड़क गए। शनिवार को डायट गेट में ताला जड़ प्रदर्शन करने लगे।
अभ्यर्थियों का कहना था कि पहले सूची में लिस्टेड नाम की ही काउंसिलिंग कराए जाने की बात कही गई थी, लेकिन अचानक दूसरे जिलों के अभ्यर्थियों को मौका दे दिया गया। अगर यही करना था तो हम लोगों ने सीतापुर को क्यों चुना था। जबकि बेसिक शासन के थे निर्देश
शिक्षा सचिव से हुई वार्ता में उन्होंने कहा था कि जब तक जिले के अभ्यर्थियों से सीटें फुल नहीं हो जाएंगी तब तक दूसरे जिलों के अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिया जाएगा। इससे हम लोगों को शिक्षक भर्ती में चयनित होना बहुत ही मुश्किल हो गया है। सूची में बदलाव करने से प्रक्रिया पर असर पड़ेगा।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रवींद्र दीक्षित ने मौके पर पहुंचकर शिक्षकों को समझाया। उन्होंने कहा कि यह गलती शासन स्तर से हुई है। जिला स्तरीय अफसरों की तरफ से न्याय मिलना मुश्किल है। इसके बाद अभ्यर्थी मान गए और धरना समाप्त कर दिया
शासन के निर्देश पर गैर जनपद के अभ्यर्थियों को मौका दिया गया है। 2,200 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई गई है। – अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए