कहा, न्यायालय के आदेश की गलत व्याख्या कर रहे हैं अधिकारी, अधिकारियों से वार्ता में भी नहीं मिला आश्वासन
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले टलने से नाराज शिक्षकों ने बृहस्पतिवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव किया। दोपहर में उनकी महानिदेशक स्कूल से वार्ता हुई, लेकिन सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला। इसके बाद देर शाम बेसिक शिक्षा परिषद सचिव से एक घंटा वार्ता हुई लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला, निराश शिक्षक रात आठ बजे वापस लौट गए। तबादले टलने से प्रदेश भर में लगभग दो हजार से
अधिक शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। विभाग ने लंबे समय से प्रतीक्षित शिक्षकों के परस्पर तबादले की प्रक्रिया बृहस्पतिवार से शुरू की, लेकिन न्यायालय के आदेश का
हवाला देते हुए एक से दूसरे जिले की प्रक्रिया रोक दी थी। इससे नाराज कई जिलों के शिक्षक सुबह 10 बजे ही निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंच गए। धरने में विभिन्न जिलों से आए शिक्षकों में महिला शिक्षिकाएं भी छोटे- छोटे बच्चों को लेकर पहुंची थी।
उन्होंने कहा कि एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले की जो प्रक्रिया जून में होनी थी, उसे जाड़े की छुट्टी में भी नहीं पूरा किया जा रहा है। दोपहर में धरने पर बैठे शिक्षकों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की महानिदेशक कंचन वर्मा से वार्ता हुई। शिक्षकों ने महानिदेशक को अवगत कराया कि न्यायालय ने एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले को नहीं रोका है। महानिदेशक ने इस मामले में बेसिक शिक्षा परिषद सचिव
से वार्ता को कहा। शाम को इंतजार के बाद शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल की सचिव से वार्ता हुई। हालांकि इस
वार्ता में भी कोई सकारात्मक निर्णय नहीं हो सका और शिक्षक निराश होकर वापस गए।
जिले के अंदर तबादले की शुरू हुई प्रक्रिया
वहीं दूसरी ओर बृहस्पतिवार से जिले के अंदर परस्पर तबादले की प्रक्रिया शुरू हुई। कई जिलों में पहले दिन शिक्षकों को उनके परस्पर सहयोगी से वार्ता के बाद रिलीव कर दिया गया। उन्हें दो दिन के अंदर तबादला पाए जिलों में ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के अंदर परस्पर तबादले में 20 हजार से अधिक शिक्षक शामिल हैं। इनके परस्पर तबादले की प्रक्रिया 13 जनवरी तक पूरी होनी है।