मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर घने से बहुत घना कोहरा छाया रहने का आरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही एक या दो स्थानों पर कोल्ड डे या सीवियर कोल्ड का प्रकोप भी रहेगा यानि धूप नहीं निकलेगी और दिन में भी कुहासा बना रहेगा। बीते 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बहुत घना और कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा। पूर्वांचल में अनेक स्थानों पर कोल्ड डे या सीवीयर कोल्ड डे का प्रकोप बना रहा। कहीं-कहीं शीतलहर का भी असर रहा। इसी तरह का मौसम अभी बने रहने की आशंका जताई गई है।
राज्य के गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज किया गया। झांसी मण्डल में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। सोमवार की रात प्रदेश में सबसे कम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस मेरठ में दर्ज हुआ। कानपुर सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एएन सुनील पांडेय ने बताया कि हवा की दिशा भले ही बदली हो लेकिन शीत लहर से राहत नहीं मिलेगी। ठिठुरन भरी सर्दी बनी रहेगी। तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। फिलहाल तापमानों में कोई खास वृद्धि नहीं होगी। बुधवार को भी शीतलहर चलेगी। किसानों को पाले से बचाने का उपाय करना चाहिए।
पूर्वांचल में सोनभद्र और जौनपुर रहा सबसे ठंडा
पूरा पूर्वांचल शीतलहर की चपेट में है। मंगलवार को भी ठंडी हवा से लोग बेचैन रहे। कोहरे की वजह से सड़क, रेल परिवहन के अलावा हवाई यात्राओं पर भी असर पड़ा है। पीडीडीयू जंक्शन और वाराणसी के स्टेशनों पर राजधानी सहित दो दर्जन से अधिक ट्रेनें तीन से 32 घंटे तक की देरी से चलीं। उधर, एक बार फिर सोनभद्र के चुर्क का न्यूनतम पारा 4.01 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
वहीं जौनपुर में 4.09, भदोही में 5.08, चंदौली-आजमगढ़ में छह, वाराणसी में 6.02, बलिया-गाजीपुर-मऊ में सात, मिर्जापुर आठ डिग्री तापमान रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो कड़ाके की ठंड रबी की मुख्य फसल गेहूं के अनुकूल है। यदि मौसम ऐसा ही रहा तो दलहनी व तिलहनी फसलों को नुकसान हो सकता है। दावा है कि आने वाले तीन से चार दिनों तक इसी तरह कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
पूर्वांचल के जिलों में तापमान
घना कोहरा रहने का ऑरेंज अलर्ट
लखनऊ,। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर घने से बहुत घना कोहरा छाया रहने का आरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही एक या दो स्थानों पर कोल्ड डे या सीवियर कोल्ड का प्रकोप भी रहेगा यानि धूप नहीं निकलेगी और कुहासा बना रहेगा।
पूर्वांचल में अनेक स्थानों पर कोल्ड डे या सीवीयर कोल्ड डे का प्रकोप बना रहा। कहीं-कहीं शीतलहर का भी असर रहा। राज्य के गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज किया गया। सोमवार की रात प्रदेश में सबसे कम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस मेरठ में दर्ज हुआ।
पूर्वांचल के जिलों में तापमान
जनपद अधिकतम न्यूनतम
सोनभद्र 18¯.00 4.01
बलिया 19¯.00 7.00
गाजीपुर 14¯.00 7.00
मऊ 18¯.00 7.00
आजमगढ़ 16¯.00 6.00
मिर्जापुर 17¯.00 8.00
जौनपुर 17¯.00 4.09
चंदौली 18¯.00 6.00
भदोही 14.06 5.08
वाराणसी 14.05 6.02
जेट स्ट्रीम के नीचे आने से कांपा कानपुर
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कानपुर। जेट स्ट्रीम के नीचे आने से मंगलवार को कानपुर कांप उठा। दिन में धूप निकली लेकिन बेअसर रही। भले ही अधिकतम तापमान 14.4 और न्यूनतम पारा 6.0 डिग्री हो लेकिन सर्दी में कोई कमी नहीं रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे राहत के आसार नहीं हैं। सोमवार दिनभर घना कोहरा और धुंध रही थी लेकिन मंगलवार को सुबह से ही धूप निकल आई। हल्की धूप में धीरे-धीरे तेजी तो आई लेकिन तेज बर्फीली हवाएं खेल बिगाड़ती रहीं। लोग धूप में बैठकर इसका आनन्द उठाने का साहस नहीं जुटा सके। धूप सुबह से शाम तक रही लेकिन गर्माहट देने में नाकाम रही। यह तब था जब हवा की दिशा बदल चुकी थी।
छह दिन लगातार शीतलहर से अब सर्दी
11 जनवरी को शीतलहर की शुरुआत हुई और यह अब तक लगातार रफ्तार पकड़े हुए है। इससे वातावरण में अधिक नमी हो गई। तेज बर्फीली हवाओं के तेवर बेहद तल्ख रहे। लगातार कम तापमान, अधिक नमी और तेज बर्फीली हवाओं ने शरीर को पूरी तरह प्रभावित कर दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार ऐसी सर्दी सभी को प्रभावित करती है। इससे जीव जन्तुओं के लिए लगातार सतर्कता की जरूरत है। जब तक तापमान सामान्य नहीं हो जाता तब तक इस सर्दी का प्रभाव शरीर पर बना रहेगा।
अभी तापमान का खास असर नहीं
मंगलवार को दिन का पारा 04.2 डिग्री बढ़ गया। इसके बावजूद इस बढ़े तापमान का जरा सा भी प्रभाव नहीं पड़ा। कारण पहले उत्तर पूर्वी हवाएं चलीं लेकिन बाद में फिर उत्तर पश्चिमी चलने लगीं। तेज रफ्तार इन हवाओं ने गर्मी के असर को बेअसर कर दिया। न्यूनतम तापमान में मामूली कमी आई और पारा 6.6 से 6.0 डिग्री हो गया। दोनों के बीच अंतर 7.4 डिग्री सेल्सियस है।
सर्दी की वजह बने पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विभाग का कहना है कि इस बार पश्चिमी विक्षोभ काफी दूर रहे और कमजोर थे। पर जनवरी में जो दूर पश्चिमी विक्षोभ बने उनकी जेट स्ट्रीम का असर जलवायु परिवर्तन के कारण होने लगा। आमतौर पर 06 से 14 किमी की ऊंचाई पर 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली बर्फीली स्ट्रीम के थोड़ा नीचे आने का असर जबर्दस्त ढंग से पड़ा। यह अभी भी जारी है जिससे गलन बढ़ गई। इतनी गलन सामान्य तौर पर नहीं होती है लेकिन जेट स्ट्रीम के नीचे आने से पूरा उत्तर भारत (कानपुर मंडल समेत) कंपकंपा गया।
हवा की दिशा बदली, गति भी
हवा की दिशा अब तक उत्तर पश्चिमी बनी हुई थी लेकिन बीच-बीच में यह उत्तर पूर्वी हो गई। हवा की रफ्तार भी औसतन 3.0 किमी प्रति घंटा रही। ऐसे में दिन में 20-25 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। हवा निचली सतह पर होने के कारण सरफेस विंड के रूप में चलती रही। इससे सर्दी का नेचर बदल गया। कोहरे से अब तक राहत रही है। पर आगे कोहरा बढ़ सकता है।
आलू आदि में झुलसा रोग की संभावना है इसे नियंत्रित करने का प्रयास करें। आम लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बेहद जरूरी कामों से बाहर निकलें। तेज बर्फीली हवाएं हों तो बच्चे और बुजुर्ग सुरक्षित स्थानों में अंदर बैठें। कोहरा अधिक होने पर सफर भी अपरिहार्य स्थिति में करें।
जनवरी अधिकतम न्यूनतम अंतर
12 17.4 03.0 14.4
13 18.4 03.0 15.4
14 14.0 03.6 10.4
15 10.2 06.6 03.6
16 14.4 06.0 07.4
मुरादाबाद में 24 घंटे की गलन ने किया हलकान, पांच पर ठहरा पारा
मुरादाबाद। भयंकर ठंड से ठिठुरते जनपदवासियों को मंगलवार को थोड़ी देर को चमके सूर्य देव भी ज्यादा राहत नहीं दे सके। कोहरे की चादर में सूर्यदेव के लिपटे रहने से सिवेयर कोल्ड-डे का कहर जारी रहा। दोपहर को घने कोहरे के आगोश में से आंशिक रूप से बाहर निकलकर सूर्य चंद्रमा की तरह सिर्फ दिखाई भर दिये। पहाड़ों से भी ज्यादा सर्द हो उठे मुरादाबाद में लोग चौबीसों घंटे कंपकंपी छूटने से लोग परेशान हैं। मंगलवार सुबह घने कोहरे में जरूरी काम से दोपहिया वाहनों पर निकले लोगों ने बर्फीली हवा में हाथ-पैर सुन्न होने का अहसास किया।
हाथों में ग्लब्स पहने लोगों को भी गलन भरी ठंड ने परेशान किया। सुबह दस बजे का तापमान महज आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पूर्वान्ह तक अधिकतर जगहों पर सड़कें सुनसान नजर आईं। कामकाजी लोगों के काम पर जाने के लिए घर से निकलने के समय आवाजाही थोड़ी बढ़ी, मगर, दोपहर के समय भी ठंड के तेवर तीखे बने रहने के चलते बाकी लोग घरों में ही दुबके रहे और हीटर और अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की जद्दोजहद करते रहे।
मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के ऊपर नहीं बढ़ सका। अधिकतम तापमान 12 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने बुधवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने की संभावना जाहिर की है। बुधवार को भी सिवेयर कोल्ड डे के हालात बने रहेंगे। रात का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस या इसके आसपास बना रहेगा।
पंजाब से पूर्वोत्तर भारत तक फैली कोहरे की मोटी चादर
नई दिल्ली, । उत्तर भारत में मंगलवार को गंगा के मैदानी इलाकों में कोहरे की मोटी चादर छाई रही। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में पंजाब से पूर्वोत्तर भारत तक के इलाकों में कोहरे का प्रकोप है। पंजाब के लुधियाना में सबसे कम न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे वाराणसी, आगरा, पठानकोट और चंडीगढ़ में दृश्यता का स्तर शून्य मीटर रहा। खराब दृश्यता के कारण पश्चिम बंगाल में गंगासागर तीर्थयात्रा के पास नामखाना, काकद्वीप क्षेत्र में 400 तीर्थयात्रियों से भरी एक नौका दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।