बाराबंकी: अभी तक मतदान कार्मिक, प्रेक्षक, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा चुनाव में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को नकद पैसा दिया जाता था, लेकिन इस बार व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कार्मिकों के बैंक खाते में मानदेय भेजने की योजना है। इसके लिए कर्मचारियों की फीडिंग के दौरान सैलरी अकाउंट नंबर भी दर्ज किया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने आदेश जारी किया है कि अब किसी भी चुनाव कार्मिकों को नकद पैसा नहीं मिलेगा। चुनाव में पीठासीन अधिकारी, प्रथम, द्वितीय और तृतीय अधिकारी लगते हैं। इसके अलावा वीडियोग्राफी कार्मिक, सेक्टर, जोनल, स्टैटिक मजिस्ट्रेट लगाए जाते हैं। आरओ, एआरओ सहित मतगणना कार्मिक, पर्यवेक्षक, सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई जाती है। है। लोकसभा चुनाव में 18 हजार से अधिक कार्मिक लगेंगे। इन्हें चुनाव आयोग मानदेय देता है। इस समय विभागवार कार्मिकों को
फीडिंग चल रही है।
फीडिंग में सैलरी अकाउंट भी दर्ज किया जा रहा है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि इस बार आनलाइन व्यवस्था कर दी गई है। सभी कार्मिकों के खाते में ही पैसा भेजा जाएगा। नकद मानदेय किसी को भी नहीं मिलेगा। यह व्यवस्था पहली बार की जा रही है।
फीडिंग न कराने वाले विभाग के अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश
जिले में 2615 मतदान स्थलों पर 14 हजार 644 कर्मचारी चुनाव कराएंगे। 40 प्रतिशत कर्मिकों को अतिरिक्त रखा जाएगा। हर बूथ पर एक महिला कार्मिक की तैनाती रहेगी। जिले के 467 विभागों से लगभग साढ़े 22 हजार कार्मिकों को आयोग की साइट पर फीड किया जाना है। अब तक मात्र डेढ़ सौ विभाग की ओर से कार्मिकों की फीडिंग की गई है। मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह ने कार्मिकों की फीडिंग न कराने वाले विभाग के अधिकारियों के अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के आदेश दे दिए हैं। 31 जनवरी तक हर हाल में आयोग की साइट पर शत प्रतिशत फीडिंग होनी है