प्रयागराज। मंडलायुक्त कार्यालय के गांधी सभागार में बुधवार को एचसीएल फाउंडेशन की ओर से डिजिटल लिटरेसी कोडिंग एवं कम्प्यूटेशनल थिंकिंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर कार्याशाला हुई, जिसमें मंडल के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, डायट, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के वार्डन/विज्ञान शिक्षिकाएं, जिला समन्वयक प्रशिक्षण एवं जिला समन्वयक बालिका शिक्षा समेत कुल 110 प्रतिभागियों को इसकी जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बड़े बदलाव हुए हैं। इस बदलाव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कोडिंग की बड़ी भूमिका भविष्य में दिखाई देगी। समय रहते बच्चों में तकनीकी व कोडिंग की रूचि को बढ़ाना होगा। वहीं, फाउंडेशन के परियोजना निदेशक आलोक वर्मा ने कहा कि कोडिंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की महत्वता को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार के साथ मिलकर फाउंडेशन ने पाठ्यक्रम तैयार
करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
प्रदेश के सभी 75 जनपदों से चार-चार मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण भी फाउंडेशन की ओर से कराया जा रहा है। ये सभी प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जनपदों में शिक्षकों का प्रशिक्षण कर उन्हें कोडिंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए तैयार करेंगे। आगामी सत्र में प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल में ये पाठ्यक्रम शुरू होंगे।
कार्यशाला में फाउंडेशन समुदाय परियोजना के ग्रुप ऑपरेशन हेड योगेश कुमार ने इस अवसर पर बताया कि फाउंडेशन ने ग्रामीण क्षेत्रों के कायाकल्प को लेकर प्रदेश सरकार के साथ करार किया है। साथ ही फाउंडेशन की ओर से हरदोई जनपद के 11 विकास खंडो में स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, कृषि, पेयजल एवं स्वच्छ हरित ऊर्जा के श्रेत्र में कार्य हो रहे हैं। इस मौके पर फाउंडेशन के मानवेंद्र सिंह, निधि सक्सेना, अपर आयुक्त पुष्पराज सिंह, तनुजा त्रिपाठी, प्रवीण कुमार तिवारी, अशोक कुमार सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे। संवाद