नई दिल्ली, अग्निवीरों का सेवाकाल खत्म होने के बावजूद आपात स्थितियों में उनके पुन: इस्तेमाल को लेकर रक्षा मंत्रालय को सुझाव मिले हैं।
इन सुझावों पर विचार किया जा रहा है तथा 2026 से पहले इस बारे में स्पष्ट निर्णय लिए जाने की संभावना है, क्योंकि अग्निवीरों के पहले बैच का कार्यकाल उसी दौरान खत्म होगा।
संसद में रिपोर्ट पेश : हाल में संसद में पेश रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि ऐसे अग्निवीरों की आपातकालीन स्थितियों में सेवाएं लेने के लिए रक्षा मंत्रालय एक तंत्र स्थापित करे। क्योंकि, यह पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं और युवा भी हैं। जबकि, भूतपूर्व सैनिकों की उम्र कहीं ज्यादा होती है। समिति ने कहा, योग्य और पुन: सेवा के इच्छुक अग्निवीरों का एक डाटाबेस तैयार होना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत बुलाया जा सके। मौजूदा नियमों के तहत चार साल के सेवाकाल के बाद अधिकतम 25 फीसदी अग्निवीरों को ही सेना में स्थायी किया जाएगा।