विद्यांतजी ने शिक्षा के लिए दान में दे दी थी सारी संपत्ति
लखनऊ,। विक्टर नारायण विद्यांत ने समाज के हित में चल अचल संपत्ति शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए दान कर दी थी। उन्होंने छह शिक्षण संस्थान और धर्मार्थ अस्पताल स्थापित किए। विद्यर्थियों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। ये बातें प्रबंधक शिवाशीष घोष ने कहीं।
विद्यांत हिंदू पीजी, इंटर कॉलेज और प्राथमिक स्कूल का संस्थापक दिवस शुक्रवार को मनाया गया। कार्यक्रम में प्रबंधक शिवाशीण घोष ने बताया कि पांच जनवरी को विक्टर नारायण विद्यांत की जयंती मनाई जाती है। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं था। वह राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद होने के साथ ही उच्च स्तरीय संगीतिज्ञ थे। इस दौरान प्रबंधक शिवाशीश घोष, प्राचार्य प्रो. धर्म कौर, उशोषि घोष और प्रबंध समिति के सदस्यों, शिक्षकों और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की ओर से संस्थापक विक्टर नारायण विद्यांत की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। प्राचार्य प्रो. धर्म कौर ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अनुशासन, खेल-कूद पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कॉलेज में सर्वाधिक अंक लाने वाले मेधावियों का सम्मान फरवरी में किया जाएगा।