नई दिल्ली, । मध्य प्रदेश का इंदौर शहर लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 में इंदौर के साथ गुजरात का सूरत भी अव्वल रहा है। जबकि नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा। यूपी के दो शहरों वाराणसी और प्रयागराज को भी पुरस्कृत किया गया है। गंगा किनारे के शहरों में वाराणसी पहले स्थान पर रहा, जबकि प्रयागराज को दूसरा स्थान मिला। हालांकि, राष्ट्रीय रैंकिंग में वाराणसी 70वें और प्रयागराज 230वें स्थान पर है। कैंटोनमेंट बोर्ड में महू पहले स्थान पर रहा।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने गुरुवार को स्वच्छ स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 प्रदान किए। यूपी का पुरस्कार नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि प्रदेश के दो प्रमुख शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। हम अगले साल और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
राज्य पुरस्कार में नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, लखनऊ, कानपुर, झांसी, गोरखपुर और वाराणसी को पुरस्कार मिला है। नोएडा, गाजियाबाद और अलीगढ़ को क्षेत्रीय पुरस्कार मिला है। यूपी में कचरा मुक्त शहरों (जीएफसी) में उत्कृष्ठ प्रदर्शन और रैंकिंग में जबरदस्त सुधार हुआ है। ऐसे शहरों में पिछले दो वर्षों में 13 गुना की वृद्धि हुई है। वाराणसी को थ्री स्टार गार्ब्रेज फ्री सिटी रेटिंग और प्रयागराज को वाटर प्लस सिटी का दर्जा भी मिला है।
जोनल स्तर पर यूपी के तीन शहरों को उत्तरी जोन का पुरस्कार मिला है। इनमें बरवर, अनूप शहर और गजरौला शामिल हैं।
राजधानी श्रेणी में भोपाल पहले, एनडीएमसी तीसरे, लखनऊ नौवें, देहरादून 11वें, पटना 12वें स्थान पर रहा। राज्य श्रेणी में महाराष्ट्र अव्वल रहा। मध्य प्रदेश को दूसरा स्थान मिला।