बरेली। शिक्षकों के विरोध के बीच जिले के परिषदीय स्कूलों में भी 16 जनवरी से टैबलेट के जरिये रियल टाइम उपस्थिति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रदेश के अन्य जिलों में पहले ही यह व्यवस्था लागू हो चुकी है। बरेली के सभी ब्लॉकों में टैबलेट वितरण पूरा न हो पाने की वजह से अब तक व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई थी।
15 जनवरी तक परिषदीय स्कूलों में अवकाश रहेगा। इसके बाद 16 जनवरी से व्यवस्था लागू किए जाने की बात कही गई है। 16 जनवरी से एक फरवरी तक का समय ट्रायल के लिए दिया जाएगा। इस बीच शिक्षकों को प्रक्रिया से जुड़ी चीजें समझकर उनका अभ्यास करना होगा। इस तरह समय पर आकर उपस्थिति दर्ज करने का अभ्यास शुरू करना होगा। उपस्थिति लॉक होने की प्रक्रिया का समय पूरा होने के बाद उपस्थिति दर्ज नहीं हो सकेगी।
हालांकि शिक्षकों का कहना है कि उन्हें प्रक्रिया से कोई एतराज नहीं है, लेकिन उपस्थिति के लिए थोड़ा अधिक समय दिया जाना चाहिए। शिक्षिका अल्पना गुप्ता का कहना है कि सुबह डेढ़ घंटा पहले निकलने पर वह समय से स्कूल पहुंच पाती हैं।
इस बीच अगर कहीं लंबा जाम लग जाए तो देरी हो जाती है। इस तरह की स्थिति आने पर समय निकल जाने पर उनका नुकसान होगा। यूनाइटेड टीचर्स
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एसोसिएशन (यूटा) के जिला उपाध्यक्ष सतेंद्र पाल ने बताया कि उन्हें उपस्थिति के प्रकरण से खास एतराज नहीं है, लेकिन इसके लिए विभाग को सीयूजी सिम देना चाहिए। शिक्षक नेता नरेश गंगवार का कहना है कि रियल टाइम उपस्थिति के लिए शिक्षक संगठन एक मत में विरोध करेंगे। इससे पहले हमारी अन्य मांगे पूरी की जानी चाहिए।
शिक्षक नेता विनोद कुमार शर्मा ने भी पट इसका विरोध जताया है। बीएसए संजय पंज सिंह का कहना है कि 16 जनवरी से ट्रायल होना है, लेकिन तिथि आगे भी बढ़ाई जा सकती है। लगभग सभी ब्लॉकों में टैबलेट प वितरित हो चुके हैं। शासन की ओर से भी रियल टाइम उपस्थिति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।