व्यवस्था को लेकर बैठकों का दौर जारी
इस व्यवस्था को लेकर मंत्रालयों के नोडल अधिकारियों, केंद्रीय और पुलिस बलों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है। अनुभव साझा करने के तौर तरीकों के बारे में भी कर्मचारियों को जानकारी दी जा रही है। इस योजना के तहत सरकार पेंशनभोगियों तक पहुंचकर उन्हें अपने अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित भी कर रही है। कर्मचारियों को अपने अनुभव में क्या लिखना है और ये प्रक्रिया कैसे पूरी होगी इसकी पूरी जानकारी दी जा रही है।
नई दिल्ली, । केंद्र सरकार से सेवानिवृत्त हो चुके या होने वाले कर्मचारी अपने काम का अनुभव सरकार से साझा करेंगे। भविष्य में होने वाले सुधार को ध्यान में रखकर इस व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने इसके लिए ऑनलाइन अनुभव पोर्टल 2015 में लॉन्च किया था। विभाग इस व्यवस्था का प्रचार कर सभी पेंशनभोगियों तक पहुंचना चाहता है जिससे वो अपना अनुभव साझा करें।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को आधिकारिक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। विभाग ने कहा है कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी अपने विभाग और सेवाओं से जुड़ा अनुभव साझा करेंगे। इस आधार पर भविष्य में सुशासन और प्रशासनिक सुधार के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किया जा सकता है। सरकार ने इसी साल अनुभव अवॉर्ड स्कीम योजना को लॉन्च किया था। इस योजना में भाग लेने के लिए सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी को सेवानिवृत्त होने से आठ महीने पहले और सेवानिवृत्त होने के एक साल के भीतर अपने सेवाकाल का अनुभव पोर्टल पर साझा करना होगा। अनुभव के विश्लेषण और आकलन के बाद इसे प्रकाशित किया जाएगा। प्रकाशित अनुभव में से कुछ का चयन अनुभव अवॉर्ड स्कीम के तहत किया जाएगा। वर्ष 2016 से 2024 तक कुल 54 अनुभव अवॉर्ड दिए जा चुके हैं।