लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय एवं सहायता प्राप्त स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा योजना लागू किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 2025 तक 50 फीसदी विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दिए जाने की सरकार की योजना है। इसी के तहत राज्य के परिषदीय एवं सहायता प्राप्त स्कूलों में व्यवसायिक शिक्षा को कोर्स के रूप में शुरू करने पर गम्भीरता से विचार कर रही है ताकि अधिक से अधिक युवाओं को शिक्षा पूरी करने के बाद स्वरोजगार से जुड़ने में न कोई दिक्कत हो।
• 2025 तक 50 फीसदी छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी
• माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी डीआईओएस को भेजा पत्र
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से प्रदेश भर के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत सरकारी एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में व्यवसायिक शिक्षा शुरू करने की योजना है, जिसका विस्तृत प्रारूप शीघ्र ही प्रेषित किया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि वर्ष
2025 तक 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को व्यवसायिक शिक्षा देने की योजना है, लिहाजा स्कूलों में इसकी तैयारियां तत्काल शुरू करना समीचीन होगा। पत्र में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को कहा गया है कि सभी सरकारी एवं अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में इस योजना को लागू करना है। इसके लिए स्कूलों में पूर्व से चल रही एच्छिक व्यवसायिक शिक्षा
योजना, समग्र शिक्षा (माध्यमिक) से संचालित व्यवसायिक शिक्षा योजना एवं कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित प्रवीण योजना वाले स्कूलों में चल रहे आवश्यक उपकरणों, सामग्रियों एवं कार्यशाला तथा उनमें अध्यनरत विद्यार्थियों की विद्यालयवार मैपिंग भी की जाए। इसका मकसद निर्धारित समय से पहले ही इसके लिए विद्यालय स्तर पर भी तैयारियां पूरी करना है। निदेशालय की ओर से इस संबंध में एक प्रारूप भी सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजा गया है, जिसमें जिले स्तर पर तैयार रोडमैप की जानकारी देनी होगी।