हाईस्कूल और इंटर बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिए पूर्व के नियमों में बड़े पैमाने पर बदलाव किया गया है। इसके तहत परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की ऑनलाइन डयूटी लगाई जाएगी और इसका पूरा डाटा सीधा बोर्ड को भेजना होगा। परीक्षाओं को नकलविहीन कराने के लिए सभी केंद्रों पर आधे से अधिक स्टाफ बदला जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. धर्मेन्द्र देव की ओर से इस बारे में नए दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। इसमें बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन और शुचितापूर्ण के साथ-साथ शान्तिपूर्ण सम्पन्न कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। तमाम तरह के नये प्रतिबन्धों को भी कड़ाई से क्रियान्वित करने को कहा गया है।
जनवरी के अंत तक सभी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं और एक सप्ताह तक केंद्रों का कंट्रोल रूम में ट्रायल करने को भी कहा गया है। उत्तर पुस्तिकाओं से लेकर प्रश्नपत्र तक के वितरण के कार्यों के साथ-साथ परीक्षाओं का पूरे समय वीडियो ग्राफी कराना अनिवार्य होगा। एक कक्ष में दो कक्ष निरीक्षक लगेंगे और कक्ष निरीक्षक एवं अतिरक्ति केंद्र व्यवस्थापक की डयूटी 10 फरवरी से पहले लगा दी जाएगी।
परीक्षाओं को बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार संपन्न कराया जाएगा। परीक्षा कक्ष में सिर्फ निरीक्षक दल एवं सचल दल के अलावा पर्यवेक्षक के रूप में तैनात राजपत्रित अधिकारी को ही प्रवेश करने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त और कोई भी बाहरी व्यक्ति परीक्षाओं के दौरान परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं कर सकता। परीक्षा अवधि में किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा परीक्षा से जुड़े किसी कार्मिक के प्रति अपराधिक या धमकी भरा व्यवहार करता है तो उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही के लिए तत्काल जिला प्रशासन को सूचित करना होगा। यह भी कहा गया है कि सचल दल के सदस्य केवल औचक निरीक्षण कर ही संतुक्ट न हों बल्कि जहां कहीं भी अनुचित साधन प्रयोग या अनियमितताओं के होने की सूचना प्राप्त हो वहां पर संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक को तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।