जायस/ फुरसतगंज (अमेठी)। फाइलेरिया की दवा खाने के करीब 24 घंटे बाद बहादरपुर ब्लॉक के उच्च प्राथमिक स्कूल, उड़वा में बुधवार में एक-एक कर 36 बच्चे बीमार हो गए। इन बच्चों में उल्टी, शरीर व सिर में दर्द व उलझन देख मौजूद शिक्षकों ने सीएचसी फुरसतगंज पहुंचाया गया। उपचार के बाद हालात सामान्य होने पर घर भेज दिया गया। सीएमओ ने अस्पताल पहुंच बच्चों के उपचार प्रबंध को देखते हुए परिजनों से बातचीत की। उन्हें दवा खाने के बाद ऐसे लक्षण आने की बात समझाते हुए मामले की जांच भी शुरू कराई है।
मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बहादुरपुर ब्लॉक के उच्च प्राथमिक स्कूल उड़वा पहुंच बच्चों को उनकी आयु सीमा के अनुसार निर्धारित फाइलेरिया रोधी की दवा खिलाई। इसके बाद सभी बच्चे घर चले गए। बुधवार की सुबह स्कूल पहुंचे कुछ बच्चों में उल्टी, शरीर व सिर में दर्द होने के साथ उलझन होने लगी। अचानक इतनी संख्या में बच्चों को बीमार होते देखकर शिक्षकों में हड़कंप मच गया। प्रधानाध्यापक गिरिश कुमार ने सूचना स्वास्थ्य विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों को दी। इन बच्चों का सीएचसी में इलाज शुरू किया गया। इस सूचना से प्रशासन में हड़कंप मचा गया।
अधिकारियों ने अभिभावकों को समझाया
सभी बच्चों को सीएचसी फुरसतगंज पहुंचाया। सूचना पर बीईओ राकेश सचान व सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में उपचार प्रबंध की जांच करते हुए परिजनों को दवा खाने के बाद ऐसा लक्षण होने की बात समझाई। बच्चों की हालात सामान्य होने पर सभी को अस्पताल से घर भेजा गया। सीएमओ ने गांव पहुंच कर बच्चों का हालचाल जाना। परिजनों को बताया कि दो दिन तक नियमित तौर पर घर पर टीम आकर बच्चों की जांच करेगी। सीएचसी अधीक्षक डॉ. एचपी यादव ने बताया कि सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं।
ये बच्चे हुए थे बीमार
सीएचसी उपचार कराने पहुंचे बच्चों में मोहिनी, नाजबानो, कन्हैया, अजय कुमार, अनिल कुमार, अहम सरोज, शिवा, अनुज कुमार, रामसागर, मोहम्मद कफील, अमित कुमार, अरबाज, मो. सुहैल, अंशिका, प्रियंका, अनित, पुष्पा, शालिनी, अंबुज, अमिता, शाहीन, अंजलि, शीला, इरशाद, सलीम, साहिल, सलीम, लवकुश, कामिनी, अंतिमा, संध्या, अंजलि, आरती, साहिबा, गंगासागर, मोहिनी शामिल है।
दवा सेवन में लक्षण आना स्वाभाविक
एसीएमओ डॉ. राम प्रसाद ने बताया कि अस्पताल लाए गए किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं हैं। कहा कि जिनके भीतर फाइलेरिया के कीटाणु पहले से मौजूद होते हैं उन्हें दवा खिलाने के बाद उल्टी व चक्कर आना स्वाभाविक है। बताया कि दवा सेवन के बाद प्रतिकूल प्रभाव केवल उन्हीं में देखने को मिलता है, जिनके शरीर में फाइलेरिया के कृमि होते हैं। चिंता की बात नहीं है और दवा देते हुए ऐसी संभावना के बारे में जानकारी दी जाती है।
सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ : सीएमओ
सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह ने बताया कि सभी बच्चें पूरी तरह स्वस्थ हैं। अस्पताल में सबकी जांच कराई गई। सावधानी के तौर पर गांव में टीम तैनात की गई है। दवा सेवन से ही फाइलेरिया से बचाव संभव है।