सरकारी स्कूल की ये शिक्षिका कक्षा एक और दो के बच्चों को पढ़ाती हैं. वह खुद अपने हाथों से टीएलएम (TLM) बनाती है. टीएलएम के माध्यम से ही इन बच्चों को बताती हैं, इससे बच्चे जल्दी सीखते हैं. बच्चे भी उसके साथ नाचते हैं गाते हैं कविता पढ़ते हैं. नृत्य और गीत के माध्यम से वह बच्चों को पहाड़ा, एबीसीडी, संडे मंडे से लेकर हर चीज पढाती हैं.
पूर्णिया. सरकारी स्कूलों में पढ़कर हमारे देश को कई रत्न मिले हैं. लेकिन, बदले दौर में जब आधुनिक शिक्षा का प्रभाव बढ़ा तो प्राइवेट स्कूलों का क्रेज बढ़ गया. इस कारण सरकारी स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था को लेकर लोगों की धारणा बनने लगी कि वहां अच्छी पढ़ाई नहीं होती है. इस कारण लोग अपने बच्चों का नामांकन प्राइवेट स्कूलों में कराते थे. लेकिन, अब कई सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई हो रही है और कई शिक्षक अपनी काबिलियत के कारण चर्चा में भी आ रहे हैं. पूर्णिया के कस्बा प्रखंड में सुदूर ग्रामीण इलाके के कुल्लाखास ईदगाह शाहजी टोला प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका पूजा बोस नवाचार (Innovation) विधि से अनोखे अंदाज में बच्चों को पढाती हैं. वह डांस कर, गाना गाकर और तरह-तरह के टीएलएम के माध्यम से बच्चों को अनोखी शिक्षा दे रही हैं. इससे बच्चे के मनोरंजन के साथ-साथ अच्छे से पढ़ाई भी हो रही है.
इसके लिए पूजा बोस को जिला स्तर से लेकर पटना के शिक्षण-अधिगम सामग्री मेला (Teaching Learning Materials Fair) टीएलएम मेला, गुजरात के नवाचार शिक्षा और उदयपुर में भी पुरस्कार मिल चुका है. पूजा कहती हैं कि वह कक्षा एक और दो के बच्चों को पढ़ाती हैं. वह खुद अपने हाथों से टीएलएम बनाती है. टीएलएम के माध्यम से ही इन बच्चों को बताती हैं, इससे बच्चे जल्दी सीखते हैं. बच्चे भी उसके साथ नाचते हैं गाते हैं कविता पढ़ते हैं. नृत्य और गीत के माध्यम से वह बच्चों को पहाड़ा, एबीसीडी, संडे मंडे से लेकर हर चीज पढाती हैं.