शिक्षकों ने ऑनलाइन व्यवस्था के बहिष्कार करने का लिया निर्णय
विकास भवन में शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति की हुई बैठक
रायबरेली। बेसिक शिक्षा विभाग छात्र- छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। शिक्षकों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। शिक्षक, शिक्षामित्र और शिक्षणेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति ने बैठक कर बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज न करने पर सहमति जताई और बीएसए को ज्ञापन सौंपा।
विकास भवन में बुधवार को शिक्षक, शिक्षामित्र और शिक्षणेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति की बैठक में ऑनलाइन हाजिरी की मुद्दा छाया रहा। शिक्षकों ने साफ कहा कि वह महानिदेशक के निर्देश को मानने को तैयार नहीं हैं।
जूनियर शिक्षक संघ के संरक्षक समर बहादुर सिंह और जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने कहा कि 15 फरवरी से एमडीएम एवं छात्र उपस्थिति पंजिका के डिजिटाइजेशन आदेश दिया गया है, लेकिन डिजिटलाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह और मधकुर सिंह ने कहा कि कर्मचारी समन्वय समिति के समस्त घटकों ने सर्वसम्मति से डिजिटाइजेशन व्यवस्था का पूर्ण बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह और महामंत्री शैलेश यादव ने कहा कि विभाग द्वारा कोई कार्रवाई शिक्षकों के खिलाफ की जाती है तो समन्वय समिति धरना प्रदर्शन करेगी।
कहा कि विद्यालयों में शिक्षक किसी भी प्रकार का ऑनलाइन काम नहीं करेंगे। बैठक में संजय कुमार सिंह, वीरेंद्र चौधरी, हरि शरण मौर्य, वेद प्रकाश यादव, सियाराम सोनकर, विक्रमादित्य सिंह, हरकेश यादव, लाखन सिंह मौजूद रहे।