प्रयागराज, । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए प्रतियोगी छात्र दूसरे दिन बुधवार को भी सड़क पर उतरे। अभ्यर्थियों ने आयोग के सामने सड़क जाम कर पेपर निरस्त कराने की मांग की।
सुबह 11 बजे के करीब प्रतियोगी छात्र आयोग के सामने एकत्र होने लगे। हंगामे की आशंका के मद्देनजर आयोग के सभी गेट बंद कर दिए और आयोग चौराहे से सिविल लाइंस बस अड्डा जाने वाली रोड पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर आवागमन रोक दिया।
प्रतियोगियों ने कहा कि जब तक इस पर कोई निर्णय नहीं होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा। प्रतियोगी छात्र शाम चार बजे तक आयोग के सामने डटे रहे। उनके हटने के बाद माहौल शांत हुआ और ट्रैफिक का आवागमन शुरू किया जा सका। इस दौरान प्रतियोगी छात्र राघवेंद्र तिवारी, अभिषेक चौबे, आदेश तिवारी, श्रीपति मिश्रा आदि मौजूद रहे।
बुधवार को आंदोलन के समर्थन में एनएसयूआई, समाजवादी छात्रसभा, दिशा छात्र संगठन समेत कई अन्य छात्र संगठन भी उतर आए हैं। इस बीच प्रतियोगी छात्र लगातार नारेबाजी करते रहे। उनका कहना था कि आयोग को ईमेल पर साक्ष्य भेजे जा रहे हैं। कई प्रतियोगियों ने शपथपत्र के साथ ईमेल किया है। प्रतियोगी छात्र शपथपत्र के साथ साक्ष्य की हार्डकॉपी देने को भी तैयार हैं। फिर भी आयोग पेपर निरस्त करने में देरी क्यों कर रहा है।
सीबीआई जांच की मांग
युवा मंच के प्रतियोगी छात्रों ने आरओ/ एआरओ और पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के मुद्दे पर बुधवार को जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया। प्रतियोगियों ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने, मामले में शामिल लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने और दोनों परीक्षाओं को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराने की मांग की।
सछास ने निकाला मार्च
आरओ/एआरओ और पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के विरोध में 22 फरवरी को सुबह 10 बजे छात्रसंघ भवन से जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय तक समाजवादी छात्रसभा के बैनर तले पैदल मार्च निकाला जाएगा। साथ ही जिला मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।