प्रयागराज, समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा- 2023 में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण हर केंद्र पर मोबाइल फोन जैमर लग पाना संभव नहीं था। आयोग के सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा वाले दिन संबंधित जनपद में इंटरनेट सेवा बंद किए जाने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था, क्योंकि राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में ऐसा किया जाता है। शासन इसके लिए तैयार नहीं हुआ, क्योंकि इससे आम लोगों को दिक्कत हो सकती थी।
आरओ/एआरओ परीक्षा-2023 के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। 11 फरवरी 2024 को हुई प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रदेश के 58 जिलों में 2387 केंद्र बनाए गए थे। सूत्रों का कहना है कि केंद्रों की
संख्या इतनी अधिक थी कि हर केंद्र में मोबाइल फोन जैमर का इस्तेमाल कर पाना संभव नहीं था। आयोग परीक्षार्थियों की संख्या के लिहाज से अपनी सबसे बड़ी परीक्षा कराने जा रहा था लिहाजा उसके सामने चुनौती परीक्षा का सफल संचालन था। आयोग ने परीक्षा से हफ्ते भर पहले सभी 58 जिलों के नोडल अफसरों सं बैठक की थी। वहीं, आयोग से प्रस्ताव मिलने के बाद परीक्षा केंद्रों पर निगरानी भी बढ़ा दी गई थी लेकिन परीक्षा से कुछ देर पहले पेपर व्हाट्सएप पर वायरल होने का आरोप लगने लगा।