औरैया। अमान्य शिक्षक संगठन की गतिविधियों को पहली बार जिले में लगाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मामले में मान्यता प्राप्त संगठन की ओर से दी गई दलीलों के बाद बीएसए अनिल कुमार ने आदेश जारी करते हुए ऐसे संगठनों से जुड़े शिक्षकों को आगाह किया है।
नियम कायदे व कानून की परिभाषा का जिक्र करते हुए कार्रवाई करने की चेतावनी भी जारी की है।
बीएसए अनिल कुमार की ओर से जारी किए गए आदेश में बताया गया कि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की ओर से तीन शिक्षक संगठन मान्यता वाले बताए गए हैं। इनमें उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) संघ और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शामिल है। इन संगठनों की ओर से 18 नवंबर 2023 को अमान्य शिक्षक संगठनों की कार्यशैली को अमर्यादित, अशोभनीय व विद्रोही बताया गया।
अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अमान्य संगठनों के कार्यकर्ता का अमली जामा पहनकर सूचनाएं प्रसारित करा दी जा रही हैं। ऐसे संगठन से जुड़े लोग मूल कार्य से शिक्षकों को अलग कर भटका रहे हैं।
इस कार्यशैली से जिले का सम्मान घटने का भी जिक्र किया है। जिसे देखते हुए बीएसए की ओर से इन तीन शिक्षक संगठनों के अलावा अन्य किसी संगठन से जुड़े शिक्षक की गतिविधि को लेकर सख्ती बरतने की हिदायत दी है। अमान्य संगठन की सदस्यता वाले शिक्षक अब कार्रवाई के दायरे में होंगे। इसके लिए कर्मचारी आचरण नियमावली व सरकारी सेवक के मानकों का हवाला दिया गया है। आदेश में खास बात यह है कि अमान्य संगठन के लिए काम करने वाले शिक्षक अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ ही कार्रवाई के दायरे में रखे गए हैं।
मान्य शिक्षक संगठनों की ओर से दी गई जानकारी के बाद यह फैसला लिया गया है। अमान्य शिक्षक संगठनों को लेकर सख्ती बरती जाएगी। जैसा कि बताया गया है कि मूल कार्य से विपरीत भड़काने व विद्रोह की भावना पैदा करने की गतिविधि को रोकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। निर्धारित किए गए मानकों का उल्लंघन करने वाले शिक्षक कार्रवाई के दायरे में होंगे। इस संबंध में आदेश पत्र के साथ ही चेतावनी भी जारी कर दी
गई है। – अनिल कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।