बरेली में यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन 22 फरवरी को एक इंटर कॉलेज में हिजाब पहनकर पहुंचीं छात्राओं को गेट पर रोक दिया गया था। इसका वीडियो वायरल हुआ। इस मामले का मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया। हिजाब पहनने वाली छात्राओं के उत्पीड़न व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के विरोध में रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
आरएसी के नायब सदर मौलाना अदनान रजा कादरी ने कहा कि इंटर कॉलेज में यूपी बोर्ड की परीक्षा देने पहुंचीं छात्राओं का हिजाब शिक्षिका ने उतरवा दिया था। उनकी परंपरागत वेशभूषा पर अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने रामपुर, राजस्थान और कर्नाटक की घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने इस तरह की गटना पर तुरंत अकुंश लगाने की मांग की।
आईएमसी नेता भी डीएम से मिले थे
रजा एक्शन कमेटी के बाद 25 फरवरी को आईएमसी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नफीम खान के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से हिजाब विवाद को लेकर बात की। आईएमसी मंडल अध्यक्ष मोहम्मद नदीम खान ने बताया कि डीएम ने आदेश दिया है कि शहर में किसी भी स्कूल व कॉलेज में अब हिजाब पहनकर लड़कियां परीक्षा दे सकती हैं। डीएम से मुलाकात करने वालों में हाफिज, शराफत व अन्य लोग मौजूद रहे।