मंझनपुर, संवाददाता।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को बीआरसी मंझनपुर व सरसवां के सात विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान खामियां मिलने पर उन्होंने एक शिक्षक को निलंबित करते हुए पांच शिक्षकों का माहभर तो एक शिक्षक का एक दिन के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया है। बीएसए की कार्रवाई से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों में हड़कंप है।
बीएसए ने सबसे पहले बीआरसी मंझनपुर के उच्च प्राथमिक
विद्यालय भेलखा का निरीक्षण किया। यहां पर प्रधानाध्यापक राजेंद्र
प्रसाद मिश्र व सहायक अध्यापक परितोष सिंह द्वारा उपस्थिति
पंजिका में निरीक्षण के दौरान हस्ताक्षर बनाया गया। इसके अलावा
विद्यालय परिसर में गंदगी का अम्बार पाया गया। बीएसए ने दोनों
शिक्षकों का फरवरी माह का वेतन अवरुद्ध करते हुए स्पष्टीकरण
तलब किया है। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय भेलखा का निरीक्षण
किया। यहां तैनात शिक्षक संदीप कुमार सोनकर से कम्पोजिट ग्रांट
उपभोग की जानकारी चाही गई तो वह सही उत्तर नहीं दे सके। इस
पर बीएसए ने उनका फरवरी माह का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण
तलब किया है। इसके बाद वह बीआरसी सरसवां के उच्च प्राथमिक
विद्यालय भवंसुरी पहुंचे। यहां पर इंचार्ज अध्यापक नितिन कुमार
यादव बगैर सूचना के अनुपस्थित मिले। मामले को गम्भीरता से लेते
हुए बीएसए ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। इसके बाद
उन्होंने प्राथमिक विद्यालय हटवा अब्बासपुर का निरीक्षण किया। यहां
पर बीएसए को सबकुछ ठीक ठाक मिला। उच्च प्राथमिक विद्यालय
डेढ़ावल में निरीक्षण के दौरान इंचार्ज प्रधानाध्यापक अजर ऐप पर पढ़ें
अनुपस्थित पाए गए। इस पर बीएसए ने उनका माह भरवारी का
वेतन भुगतान रोक दिया है। इसके बाद उन्होंने प्राथमिक विद्यालय
डेढ़ावल का निरीक्षण किया। यहां पर प्रधानाध्यापक आकाश सिंह के
हस्ताक्षर उपस्थिति पंजिका में बने थे पर वह अनुपस्थित मिले। इसके
अलावा शिक्षा मित्र कल्पना सिंह अनुपस्थिति रहीं। बीएसए ने
प्रधानाध्यापक का माहभर का तो शिक्षामित्र का एक दिन का वेतन
भुगतान रोक दिया। अंत में बीएसए ने कम्पोजिट विद्यालय पुनवार
का निरीक्षण किया। यहां पर उन्होने बच्चों की उपस्थिति व शैक्षिक
स्तर बढ़ाने पर जोर देते हुए शिक्षकों को निर्देशित किया। निरीक्षण के
दौरान बीएस द्वारा की गई कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कम्प है।